तेजस्वी ने CBI को दी चुनौती, मेरे खिलाफ जल्द दायर करें चार्जशीट
पटना। आईआरसीटीसी स्कैम में घिरे बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीबीआई को चुनौती दी है कि उनके खिलाफ सीबीआई जल्द चार्जशीट दायर करें। शुक्रवार को बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पटना स्थित 45 करोड़ रुपये मूल्य के तीन भूखंडों को जब्त किए जाने को राजनीतिक बदले के तहत की गई कार्रवाई और साजिश करार दिया है।
तेजस्वी का कहना है कि भाजपा पूरे मामले को लेकर ड्रामा कर रही है। ईडी पूरी तरह से केंद्र के दबाव में है। इससे कुछ होने को नहीं है। ये चार्जशीट दायर करें, हम इंतजार कर रहे हैं कि चार्ज शीट दायर कर दें जिससे उन्हें लीगल मुद्दों पर नंगा कर सकें। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि आईआरसीटीसी मामले में अगर घोटाला रेल मंत्रलय में हुआ तो उसने क्यों नहीं बताया कि क्या-क्या अनियमितताएं हुई हैं।
उन्होंने चुनौती दी कि केंद्र एक भी प्रमाण दे कि लालू प्रसाद ने इस मामले में आदेश दिया था या उन्होंने हस्ताक्षर किए थे। मंत्रलय मौन क्यों है। आरोप उन पर लगाया जा रहा है जिन्होंने रेलवे को 90 हजार करोड़ के मुनाफा में ला दिया था। इनका एक ही मकसद है कि लालू परिवार कानूनी दाव-पेंच में फंसा रहे, जनता के बीच न जा पाए। तेजस्वी ने कहा कि मंत्रलय मौन क्यों है। आरोप उन पर लगाया जा रहा है जिन्होंने रेलवे को 90 हजार करोड़ के मुनाफा में ला दिया था। इनका एक ही मकसद है कि लालू परिवार कानूनी दाव-पेंच में फंसा रहे, जनता के बीच न जा पाए।
इस कारवाई पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी ने सरकार से ईडी द्वारा लारा प्रोजेक्ट से जुड़ी संपत्ति को अटैच किए जाने पर सवाल किया कि जब संपत्ति बेनामी है तो अटैच कैसे की गई। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग पहले ही उस संपत्ति को बेनामी बता चुकी है। वहीं, केंद्र सरकार की दूसरी एजेंसी ईडी ने उसे प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत अटैच करने का फरमान कैसे जारी कर दिया।