बिहारः राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए सुशील मोदी, सचिवालय की ओर से मिला सर्टिफिकेट
पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिए गए हैं। बिहार विधानसभा सचिवालय की तरफ से भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को राज्यसभा सांसद चुने जाने का सर्टिफिकेट मिला। सर्टिफिकेट मिलने के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी, बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सहित तमाम एनडीए के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट पर चुनाव हुआ था, जिसमें महागठबंधन ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा। हालांकि एक इंजीनियर ने नामांकन दाखिल किया था। लेकिन तकनीकी खामी के चलते उनका नामांकन रद्द कर दिया गया था।
सुशील मोदी विधानसभा, लोकसभा और विधान परिषद के बाद अब राज्यसभा के सदस्य बन गए हैं। सुशील मोदी बिहार के ऐसे तीसरे नेता बन गए हैं, जो चारों सदनों के सदस्य रहे हैं। सुशील मोदी से पूर्व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि चारों सदन के सदस्य रह चुके हैं।
विपक्ष ने राज्यसभा में नहीं उतारा प्रत्याशी
बिहार में राज्यसभा चुनाव का सियासी गणित एनडीए के पक्ष में था। एनडीए को 126 विधायकों का समर्थन हासिल है जबकि महागठबंधन के साथ 110 विधायक और सात अन्य हैं। यही वजह रही कि आरजेडी के प्रस्ताव को एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने स्वीकार नहीं किया था। चिराग पासवान ने इसीलिए लिए अपनी मां को राज्यसभा चुनाव में उतारने से पीछे हट गए थे, क्योंकि उन्हें पता था विपक्ष के सारे वोट एकजुट होने के बाद भी उनकी सीट नहीं निकल पाएगी।
सुशील मोदी 1990 में सक्रिय राजनीति में आए और पटना सेंट्रल विधानसभा सीट से चुने गए थे। साल 1995 और 2000 में भी वे विधानसभा पहुंचे। बिहार राजनीति का अहम चेहरा रहे सुशील मोदी साल 1996 से 2004 के बीच वे बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहेष पटना हाई कोर्ट में उन्होंने लालू प्रसाद के खिलाफ जनहित याचिका डाली जिसका खुलासा चर्चित चारा घोटाले के रूप में हुआ था। 2004 में सुशील मोदी ने लोकसभा का चुनाव लड़ा और भागलपुर से विजयी रहे।
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