कन्हैया कुमार के काफिले पर आरा में पथराव, भागते वक्त गाड़ियों से कुचलकर कई लोग घायल
आरा। भाकपा नेता और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के काफिले पर एक बार फिर पथराव हो गया। कन्हैया पर यह हमला बक्सर से आरा जाने के दौरान हुआ है। इस दौरान कन्हैया कुमार को जान बचाकर भागना पड़ा। बता दें कि पिछले दो सप्ताह में कन्हैया कुमार के काफिले पर हुआ यह आठवां हमला है। इससे पहले 12 फरवरी को जमुई से नवादा जाने के दौरान भी कन्हैया के काफिले पर हमला हुआ था।
कन्हैया कुमार के काफिले किया पथराव
जानकारी के अनुसार, 14 फरवरी को वामदलों की जन मन यात्रा के तहत भाकपा नेता कन्हैया कुमार की सभा बिहार के बक्सर व आरा में निर्धारित थी। इसी क्रम में वे बक्सर में सभा को संबोधित कर आरा जा रहे थे। आरा के रमना मैदान में कार्यक्रम होने वाला था। बताया जाता है कि आरा-बक्सर हाईवे पर गजराजगंज ओपी के बामपाली गांव के समीप बाइक सवार लोगों ने कन्हैया कुमार के काफिले में जमकर पथराव कर दिया।
गाड़ियों की चपेट में आए कई लोग
पथराव न रुकता देख कन्हैया कुमार और उनके साथ मौजूद अन्य लोग जान बचाकर वहां से भागे। इस दौरान उनकी गाड़ियों की चपेट में कई बाइक सवार और पैदल यात्री आ गए। इसमें कई को काफी चोटें आई। एक को तो इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा। वहीं, काफिले में शामिल वाहनों से कुचलाए जाने से लोग काफी आक्रोशित हो गए। मामला इतना बढ़ गया कि वहां से किसी तरह कन्हैया जान बचाकर भागे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने अस्पताल पहुंच घायल व्यक्ति से भी पूछताछ की है। हालांकि, पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत किया। तब कन्हैया आरा पहुंचे।
काफिले को दिखाए काले झंडे
आरा के गजराजगंज में हुए पथराव के पहले बक्सर में भी कन्हैया कुमार के काफिले को लोगों ने काला झंडा दिखाया था। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। गौरतलब है कि कन्हैया कुमार के साथ पथराव या काला झंडा दिखाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में 26 जनवरी से उनकी जन मन यात्रा शुरू हुई है। तब से कहीं न कहीं पथराव व काला झंडा दिखाने का मामला सामने आ रहा है। और तो और, नवादा में तो कौआ कुमार की संज्ञा देकर वापस जाने से संबंधित होर्डिंग भी लगा दिया गया था।
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