बिहार: मुंगेर में शांति बहाल करने के लिए सुरक्षा बलों ने किया फ्लैग मार्च
मुंगेर। बिहार स्थित मुंगेर में मां चैती दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो पक्षों में टकराव के बाद जमकर पथराव होने के बाद जिले की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। जिलाधिकारी मुंगेर उदय कुमार सिंह ने जानकारी दी कि हम शांति स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। फिलहाल स्थिति पूरी तरह सामान्य है और आगे भी रहेगी। इससे पहले 28 मार्च को स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस कोकई बार हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी। वहीं समस्तीपुर जिले के रोसड़ा में मंगलवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान असामाजिक तत्व के चप्पल फेंके जाने से उत्पन्न तनाव फैल गया। रोसड़ा में 24 घंटे के लिए धारा 144 लागू की गई।
सुरक्षाबलों ने आज मुंगेर में फ्लैग मार्च भी किया। बता दें कि पुलिस को मंगलवार की रात पथराव की सूचना मिली थी। बाटा चौक पर कुछ असामाजिक तत्वों ने दुकानों में लूटपाट भी की। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक पक्ष के लोगों ने गाना बजाने और नारा लगाने का विरोध किया। इसी पर दोनों पक्षों में तीखी बहस हो गई। देखते ही देखते दोनों पक्षों में पत्थरबाजी होने लगी। पत्थरबाजी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। घटना में 10 लोगों के घायल होने की खबर है।
मस्तीपुर में सोमवार रात निकाले गये धार्मिक जुलूस पर असामाजिक तत्व ने चप्पल फेंक दिया था। रात में तो किसी तरह मामला शांत हो गया था लेकिन सुबह होते ही जुलूस के आयोजक व समर्थक जुट गये और चप्पल फेंकने वाले पर कार्रवाई की मांग को लेकर नारे लगाने लगे। इसके बाद देखते ही देखते पूरा रोसड़ा बाजार बंद हो गया। स्थानीय लोगों व प्रशासन के बीच वार्ता चल रही थी। इसी दौरान कुछ उपद्रवी तत्वों ने मौके का फायदा उठा कर मामले को गलत रूप दे दिया। स्थानीय लोगों को आशंका है कि बाहरी तत्वों ने आकर मामले को बिगाड़ दिया।
ये भी पढ़ें: बिहार के दो जिलों में हिंसा, प्रतिमा विसर्जन के दौरान पथराव, 10 घायल