उपेंद्र कुशवाहा ने चिराग को दिया ऑफर, कहा- कितना भी सीना चीर कर दिखा लें अब एनडीए में कोई जगह नहीं
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की राजनीति में उठापटक देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में वीआईपी पार्टी का दामन छोड़कर आए संतोष कुशवाहा ने रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। इस मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि रोलसपा पार्टी सभी वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलती है।
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वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने चिराग पासवान को अब एक ऑफर दे डाला है। उन्होंने कहा है कि चिराग एनडीए से अलग होने की घोषणा करतें हैं तो हमारे साथ स्वागत है। चिराग पासवान को अलग रास्ता अख्तियार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चिराग चाहे कितना भी सीना चीर कर दिखा दें फिर भी उनका एनडीए में कोई पूछ नहीं होगा। एनडीए में अतिपिछड़ा और दलित के लिए कोई जगह नही है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि चिराग पासवान आज बीजेपी के लिए एकतरफा प्यार दिखा रहे हैं। चिराग पासवान के लिए एनडीए में कोई गुंजाइश नही है। चिराग को विरासत संभालने के लिए अलग रास्ता देखना जरुरी है। वहीं दूसरी ओर, रालोसपा प्रमुख ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नीतीश बीजेपी के सामने नतमस्तक हैं और वे उनकी जी हुजूरी में लगे हुए है।
बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी के प्रधानमंत्री की तस्वीर के इस्तेमाल पर पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया था। चिराग ने खुद को प्रधानमंत्री का हनुमान बता डाला। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा।
चिराग पासवान ने एएनआई से कहा कि "तस्वीर को लेकर मुख्यमंत्री निरंतर परेशान थे कि ये लोग प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल न कर लें। कहां पर कर रहा हूं मैं ? कौन सा मेरा प्रत्याशी प्रधानमंत्री की तस्वीर लगा रहा है? आप कोई भी ऐसा बैनर, होर्डिंग, पोस्टर, मेरी प्रचार सामग्री या मेरा मेनिफेस्टो जो मैं कल परसों में रिलीज कर रहा हूं, कहीं भी आप दिखा दीजिए कि मैं प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल कर रहा हूं। और मुझे कभी भी प्रधानमंत्री की तस्वीर लगाने की जरूरत ही नहीं है।
साथ ही उन्होंने कहा कि मैं उनका हनुमान हूं। मेरे दिल में उनकी तस्वीर बसती है। किसी दिन होगा तो छाती चीरकर भी दिखा दूंगा कि हां प्रधानमंत्री भक्त हैं। तस्वीर की जरूरत मुख्यमंत्री को है। हां वे लगाएं प्रधानमंत्री की तस्वीर क्योंकि उन्होंने निरंतरता में प्रधानमंत्री जी का विरोध किया है।"
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