Video:'हाय-हाय CBI,हाय-हाय...', का नारा लगा रहे थे RJD कार्यकर्ता तो गुस्से में राबड़ी देवी ने जड़ दिया थप्पड़
पटना, 21 मई: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पटना और दिल्ली समेत जुड़े 17 ठिकानों पर शुक्रवार (21 मई) को सीबीआई ने छापेमारी की थी। लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी और बेटी मीसा भारती पर सीबीआई ने केस दर्ज किया है। ये केस कथित तौर पर रेलवे के ग्रुप-डी की नौकरियों के भर्ती से जुड़ा है। सूत्रों के मुताबिक ये मामला तब हुआ, जब लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। इसी क्रम में राबड़ी देवी के आवास पर भी करीब 13 घंटे तक चली छापेमारी चली। छापेमारी के बाद, जब सीबीआई की टीम राबड़ी के घर से बाहर निकल रही थी तो उसी दौरान राबड़ी देवी में अपना आपा खो दिया और राजद कार्यकर्ता को थप्पड़ जड़ दिया।

आखिर क्यों राबड़ी देवी ने RJD कार्यकर्ता को मारा थप्पड़
सीबीआई की छापेमारी के दौरान राबड़ी के आवास के बाहर बड़ी संख्या आरजेडी कार्यकर्ता सीबीआई के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। राजद कार्यकर्ता राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास के बाहर काफी घंटों तक राजद कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन जब सीबीआई के अधिकारी शाम को छापेमारी के बाद जाने लगे तो उन्हें वहां से निकलने में काफी वक्त लगा क्योंकि उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। इसी दौरान राबड़ी देवी बाहर आईं और उन्होंने एक राजद कार्यकर्ता को थप्पड़ मारा।

राबड़ी का RJD कार्यकर्ता को थप्पड़ मारते वीडियो वायरल
राबड़ी देवी का आरजेडी कार्यकर्ता को थप्पड़ मारते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ट्विटर पर ये वीडियो कई लोगों ने शेयर किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि आरजेडी कार्यकर्ता सीबीआई हाय-हाय का नारा लगा रहे हैं...। वीडियो में दिख रहा है कि हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए राबड़ी देवी घर से बाहर निकलती हैं, इसी दौरान उन्होंने अपना आपा खो दिया और एक कार्यकर्ता के बाद दूसरे को थप्पड़ जड़ दिया।

मां के साथ मौजूद थे तेज प्रताप
वीडियो में राबड़ी देवी के साथ उनके बेटे तेज प्रताप यादव भी दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव को कार्यकर्ताओं को समझाते हुए भी दिखाई दिए हैं। इसके बाद ही सीबीआई के अधिकारी वहां से शांति से निकल पाए।

जानें CBI ने छापेमारी क्यों की?
सीबीआई ने लालू यादव, राबड़ी देवी और परिवार के अन्य सदस्यों पर नौकरी दिलाने के बदले जमीन लेने का आरोप लगाया है। एफआईआर में राबड़ी देवी और मीसा भारती का भी नाम है। ये घोटाला उस वक्त का है, जब 2004 से 2009 तक लालू यादव रेल मंत्री थे।
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने आरोपों की प्रारंभिक जांच दर्ज की थी जिसे प्राथमिकी में बदल दिया गया था। लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटियों मीसा और हेमा के अलावा कई उम्मीदवारों के खिलाफ प्राथमिकी के बाद सीबीआई ने शुक्रवार सुबह दिल्ली, पटना और गोपालगंज में 17 स्थानों पर तलाशी अभियान शुरू किया।

'यहां बिहार में कोई किसी से डरने वाला नहीं है...'
इस बीच राष्ट्रीय जनता दल ने शुक्रवार (20 मई) को कहा कि सीबीआई के अपने प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार का ताजा मामला "अनुमानित" था और आरोप लगाया कि जब भी सत्ता पर अपनी पकड़ हिलती है तो भाजपा अपने प्रतिद्वंद्वियों को डराने के लिए जांच एजेंसियों का उपयोग करती है।
राजद प्रवक्ता राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने सीबीआई कार्रवाई के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा, "वे (भाजपा) किसी को निशाना बनाकर दूसरों को डराने की कोशिश करते हैं। कोई नहीं डरेगा। न हम, न वे और न ही बिहार के लोग।"
Rabri Devi slaps the worker.
After the raid, CBI officers were facing difficulty in coming out of Rabri residence, outside the gate, RJD workers were shouting slogans and pushing. Angered by this, Rabri Devi and Tej Pratap came out and made a way for the officers to go. pic.twitter.com/RhBDXuDNaC
— Siraj Noorani (@sirajnoorani) May 20, 2022