सीतामढ़ी पहुंचे चिराग पासवान, बोले- बनाएंगे माता सीता का भव्य मंदिर
पटना। लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान रविवार (25 अक्टूबर) को माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी पहुंचे और दर्शन-पूजन किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि माता सीता नारी शक्ति का प्रतिक है। उन्होंने कहा कि आज जब हम लोग नारी शक्तिकरण की बात करते हुए तो माता सीता का भी अयोध्या में राम मंदिर से भव्य मंदिर का निर्माण सीतामढ़ी में किया जाए। कहा कि जैसे माता सीता के बिना राम अधूरे हैं वैसे राम के बिना माता सीता। इसलिए मैं चाहता हूं कि अयोध्या से भी बड़ा माता सीता मंदिर का निर्माण सातामढ़ी में हो।
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दरअसल, 28 अक्टूबर को बिहार में पहले चरण के लिए मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। ऐसे में चुनावी सरगर्मी और जुबानी जंग का दौर तेज हो गया है। हालांकि, बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि नंबर जो भी हो मुख्यमंत्री चेहरा नीतीश कुमार ही होंगे। वहीं केंद्र में एनडीए की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष चिराग पासवान लागातार नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं। इतना ही नहीं वो प्रदेश में जेडीयू के खिलाफ प्रत्याशी भी उतार रहे हैं। इनमें से कई प्रत्याशी ऐसे हैं जो बीजेपी के नेता रहे हैं। चिराग पासवान ने अपने ट्विटर हैंडल से नीतीश कुमार के विरोध में एक और ट्वीट किया है।
पासवान ने अपने समर्थकों से अपील करते हुए कहा है कि आप सभी से अनुरोध है की जहां भी एलजेपी के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे है उन सभी स्थानो पर बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट को लागू करने के लिए एलजेपी के प्रत्याशियों को वोट दें, जबकि अन्य स्थानो पर भारतीय जनता पार्टी के साथियों को दें। आने वाली सरकार नीतीशमुक्त सरकार बनेगी। असम्भ वनीतीश।
चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि यदि वे सत्ता में आते हैं तो अयोध्या के भगवान श्रीराम मंदिर की तर्ज पर सीतामढ़ी में बनाएंगे माता जानकी मंदिर। चिराग ने अपने विजन डॉक्युमेंट में भी माता सीता के जन्म स्थान को विश्वपटल पर ले जाने का वादा किया है। कहा है, अयोध्या के तर्ज़ पर माता सीता का मंदिर और उस जगह को विकसित करना है। चिराग ने कहा राम बिना सीता अधुरे हैं। मैं माता सीता का मंदिर निर्माण करूंगा ताकि श्रद्धालु माता सीता और भगवान राम का दर्शन कर सकें। सीतामढ़ी से अयोध्या तक 6 लेन की सड़क बना कर सिया-राम कॉरिडोर बनाने का भी उन्होंने किया है। उनका मानना है कि इससे प्रदेश सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा। सीतामढ़ी में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
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