पंचायत का शर्मसार करने वाला आदेश, सबके सामने लड़की को कराया निर्वस्त्र
इस दौरान उसे बचाने वहां पहुंचे उसके पिता को भी दबंगों ने जमकर पीटा, जिससे वो बुरी तरह घायल हो गए। जिसके बाद दोनों बाप बेटी को घायल अवस्था में छोड़ सभी वहां से चले गए।
पटना। परमेश्वर का दर्जा पाने वाले पंच भी कुछ ऐसा शर्मसार करने वाला फैसला सुना देते हैं जिससे समाज के लोगों का उन पर से विश्वास खत्म होने लगता है। कुछ इसी तरह का मामला बिहार के दरभंगा जिले में सामने आया है जहां पंचायत में एक छात्रा को सरेआम निर्वस्त्र कर सौ लाठी मारने का आदेश सुनाया गया। पंचायत में बैठे पंचों ने फैसला सुनाया तो गांव के दबंगों ने वैसा ही किया और लड़की के साथ मारपीट करने लगे। इस दौरान उसे बचाने वहां पहुंचे उसके पिता को भी दबंगों ने जमकर पीटा, जिससे वो बुरी तरह घायल हो गए। जिसके बाद दोनों बाप बेटी को घायल अवस्था में छोड़ सभी वहां से चले गए। फिर उसके परिवार वालों ने किसी तरह उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसके पिता की हालत गंभीर बताई जा रही है। तो लड़की गांव के पंचों और दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने नजदीकी थाने पहुंची लेकिन थाने में उसका मामला दर्ज ना करते हुए उसे ही दोषी बताया जाने लगा। जिसके बाद लड़की जिले के SP के पास पहुंची और अपने साथ हुई शर्मनाक हरकत की लिखित शिकायत की, फिर गांव के 13 दबंगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई।
लड़की के कैरेक्टर पर लगाए गए आरोप
जानकारी के मुताबिक मामला बिहार के दरभंगा जिले के बिरौल थाना क्षेत्र के एक गांव का है जहां बीए में पढ़ने वाली एक छात्रा से गांव के ही कुछ लोगों ने छेड़खानी की, जब इस बात का विरोध किया गया तो गांव के दबंगों ने कुछ लोगों को अपनी तरफ मिलाते हुए उसका कॉलेज जाना तक दुभर कर दिया। उसके कैरेक्टर पर तरह-तरह के आरोप लगाए गए।
घर में घुसकर पहले भी की गई थी मारपीट
फिर भी लड़की अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए कॉलेज चली गई। इसी दौरान एक दिन सभी ने घर में घुसकर उसकी जमकर पिटाई की और मारपीट की इस घटना को पंचायत में लाया गया तो गांव की एक पंचायत बैठी और लड़की को निर्वस्त्र कर सौ लाठी मारने का फैसला सुनाया गया।
फैसले के बाद दबंगों ने लड़की को सरेआम निर्वस्त्र कर उसकी पिटाई कर दी। इस दौरान पंचायत में मौजूद उसके पिता जब अपनी बेटी को बचाने वहां पहुंचे तो उन्हें भी बुरी तरह पीटा गया।
मामले में 13 लोगों के खिलाफ FIR
फिलहाल लड़की के पिता का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। इस मामले में गांव के ही अशोक राम, राधेश्याम राम, मनोज राम, मनीष राम, दीपक राम, राजन राम सहित 13 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
Read more: मुंबई के बाद पुणे में भी MNS कार्यकर्ताओं के दिखे तीखे तेवर, अवैध फेरीवालों पर हमला