फ्री सब्जी न देने पर बाइक लूट में भेजा था जेल, 3 महीन बाद रिहा होने पर पंकज ने कहा-धन्यवाद नीतीश अंकल
पटना। बिहार के पटना में फ्री में सब्जी नहीं देने पर पुलिसवालों ने एक नाबालिग को चोरी का आरोप लगाकर तीन माह के लिए जेल भेज दिया था। मामला मीडिया की सुर्खिया में आया तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले का संज्ञान लिया और 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। जांच में पंकज पंकज बेकसूर साबित हुआ और उसे जेल से रिहा कर दिया गया। जेल रिहा होने के बाद पंकज में मीडिया और बिहार के सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद कहा है।
जानिए क्या है पूरा मामला
19 मार्च को पटना के पत्रकार नगर थानाक्षेत्र में पुलिस ने मुफ्त सब्जी नहीं देने पर नाबालिग पर बाइक चोरी का आरोप लगाकर उसे जेल भेज दिया था। नाबालिग आरोपी के पिता का कहना है कि पुलिस वाले पेट्रोलिंग के दौरान आते थे और फ्री में सब्जी ले जाते थे। एक दिन मुफ्त में सब्जी नहीं दी तो उन्होंने मेरे बेटे को धमकी दी थी। उसके बाद उनलोगों ने मेरे बच्चे पर बाइक लूट का झूठा आरोप लगाकर उसे जेल भेज दिया। पीड़ित के पिता ने बताया कि तीन महीने से थाने से लेकर एसएसपी तक सबसे गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सीएम ने लिया था संज्ञान
नाबालिग सब्जी विक्रेता को बाइक लूट मामले का आरोपी बनाकर जेल भेजे जाने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा संज्ञान लिए जाने पर पुलिस महकमे में खलबली मच गई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विशेष दिशा निर्देश पर पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरिक्षक नैयर हसनैन खान, डीआईजी राजेश कुमार और एसएसपी मनु महाराज ने पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के महात्मा गांधी नगर स्थित पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली।
11 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड
जांच रिपोर्ट के बाद सब्जी विक्रेता के नाबालिग बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेजने के मामले में 11 आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। आईजी पटना नैयर हसन खान ने बताया है कि दो थाना प्रभारी और नौ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है, उन्होंने माना कि सब्जी बेचने वाले के लड़के को गलत तरह से गिरफ्तार किया गया और झूठी स्टोरी गढ़ी गई। आईजी ने अगमकुआं पुलिस स्टेशन के पूरे स्टाफ को पुलिस लाइन भेज दिया है।