बिहारः जिंदा मरीजों के बीच लाश वाली वीडियो को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया गलत और भ्रामक
पटना। बिहार के कोविड अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल यानि NMCH में कोरोना मरीजों के हालातों को लेकर वायरल हो रहे वीडियो मामले पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि यह बिल्कुल भ्रामक व गलत है। उन्होंने कहा कि अधीक्षक से मैंने साफ तौर पर पूछा है डेड बॉडी 2 दिनों तक रखी हुई थी। लेकिन उन्होंने कहा यह गलत समाचार है। स्वास्थ्य मंत्री ने अधीक्षक के हवाले कहा कि सब कुछ प्रॉपर तरीके से चल रहा है। इसी अस्पताल से सैकड़ों लोग स्वस्थ होकर गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने वायरल वीडियो के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि जहां तक किसी के दुखद मृत्यु और आगे के संस्कार की बात है उसके लिए प्रोटोकॉल बना हुआ है कि कोविड 19 पेशेंट की अंत्येष्टि किस तरह करनी है। एक प्रक्रिया है जब किसी की डेथ होती है तो जिला प्रशासन परिवार को सूचना देता है। उसके बाद उसकी बॉडी को मेडिकल तरीके से सैनिटाइज किया जाता है, फिर बॉडी को डिस्पोजल किया जाता है।
बता दें कि एक दिन पहले एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें ये कहा जा रहा था कि ये बिहार के एकमात्र कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल NMCH का हाल है, जिस ICU में मरीज हैं। वहीं पिछले कई दिनों से लाशें पड़ी हुई हैं। मरीजों को देखने के लिए न कोई डॉक्टर मौजूद है न कोई नर्स। वायरल हो रहे इस वीडियो को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट किया था।
ट्वीट करते हुए लिखा था कि बिहार की भयावह स्थिति देखिए। कोरोना वार्ड में 2 दिन से मृत मरीजों के शव रखे हैं। स्वस्थ मरीज बगल वाले बेड पर लेटे हैं। कोई डॉक्टर, नर्स और कर्मी नहीं है। परिजन देखभाल कर रहे हैं। डॉक्टर, नर्स और वेंटिलेटर मुख्यमंत्री आवास भेज दिए गए है। चूंकि वहां भी 60 कोरोना पॉजिटिव केस है।बहरहाल वायरल वीडियो में साफ दिख रहा था कि बिस्तर पर लाश पड़ी हुई दिख रही है, वीडियो बनाने वाला लगातार बोल रहा है कि दो दिनों से लाशें ऐसे ही रखी हैं।
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