रिकॉर्ड मतों से जीतने वाले महबूब आलम बने माले विधायक दल के नेता
पटना। बुधवार को भाकपा-माले (CPI-ML) की बिहार राज्य कमिटी की एक दिवसीय बैठक राज्य कार्यालय पटना में खत्म हुई। इस बैठक के बाद नवनिर्वाचित विधायकों की भी बैठक हुई। बैठक में विधायक महबूब आलम को बिहार विधानसभा में विधायक दल का नेता चुना गया। बता दें कि विधायक महबूब आलम बलरामपुर से चौथी बार रिकॉर्ड वोट से जीतकर आए हैं।
इसके अलावा दरौली विधानसभा से पांचवीं बार निर्वाचित विधायक सत्यदेव राम उपनेता और अरूण सिंह विधानसभा के भीतर पार्टी के सचेतक तौर पर चुने गए हैं। राज्य कमिटी की बैठक में माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, राजाराम सिंह, धीरेन्द्र झा, रामेश्वर प्रसाद, केडी यादव, अमर, मीना तिवारी सहित सभी नवनिर्वाचित विधायक, राज्य कमिटी के सदस्य, जिला सचिव और 7 चुनाव हार गए पार्टी प्रत्याशी भी शामिल हुए।
वहीं जेल में बंद रहने के कारण जीरादेई के विधायक अमरजीत कुशवाहा बैठक में शामिल नहीं हो सके। सभी प्रत्याशियों ने चुनाव के समय के अपने अनुभवों को बैठक में साझा किया।
बैठक के दौरान माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। दीपंकर ने कहा कि हमारी जीत जनता के विभिन्न सवालों पर लगातार चले धारवाहिक आंदोलनों की जीत है। लॉकडाउन में जहां सभी दल अपने घरों में दुबके हुए थे, हमारी पार्टी के विधायक व कार्यकर्ता अपनी जिंदगी की बिना परवाह किए प्रवासी मजदूरों की सहायता में तत्पर रहे।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि रोजगार के मुद्दे पर हमारी पार्टी की युवा विंग लगातार आंदोलन करते रहे। यही वजह है कि हमें 12 सीटों पर सफलता मिली और 3 सीट मामूली वोट से हारे। आने वाले दिनों में पूरी पार्टी और हमारा विधायक दल शिक्षा, समम्मानजक रोजगार और अन्य सवालों पर जो जनाकांक्षा पैदा हुई है, उसे पूरा करने के लिए जोरदार आंदोलन चलाएगी।
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