दुनिया में साइकिल गर्ल नाम से लोकप्रिय ज्योति पासवान की बदल गई किस्मत, पीएम मोदी आज करेंगे संवाद
दरभंगा। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान कई ऐसी घटनाएं सामने आईं, जिसने हम सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। ऐसी ही एक घटना घटित हुई थी बिहार के दरभंगा जिले में, जहां की रहने वाली लड़की अपने पिता को हरियाणा के गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा तक साइकिल पर बैठाकर ले आई। यही कारण है कि दुनियाभर में लोगों ने ज्योति पासवान की सराहना की। आज पीएम मोदी ज्योति से वर्चुअल संवाद करेंगे। पूरी दुनिया में साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर ज्योति की किस्मत काफी बदल गई है।
तीन मंजिला मकान है ज्योति के पास
कभी एक कमरे में जीवन जीने वाला ज्योति के परिवार के पास आज के समय में तीन मंजिला मकान है। ज्योति के पिता मोहन पासवान का कहना है कि जब उनकी बेटी केवल ज्योति थी और साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर नहीं थी तब उनका पूरा परिवार अभाव की जिंदगी जीता था।
पिता को साइकिल पर दरभंगा लाई थी ज्योति
एक छोटे से कमरे में 9 से 10 लोग अपना गुजर-बसर कर रहे थे। लेकिन लॉकडाउन के बाद पूरे परिवार की हालत बदल गई। मोहन पासवान को उनकी बेटी ज्योति पासवान खुद साइकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से दरभंगा लेकर आई थी। इसके बाद जैसे ही ज्योति की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पूरे परिवार की किस्मत रातों-रात पलट गई।
घर में हैंडपंप से लेकर किचन तक है मौजूद
मोहन पासवान जिस गांव में रहते हैं वहां उनका अब तीन मंजिला मकान है और साथ ही उस मकान में कई तरह की सुविधाएं हैं। ज्योति का कहना है अब उसके घर में हैंडपंप से लेकर किचन तक की तमाम सुविधाएं हैं। ज्योति के कारण ही पिता और पूरे गांव का नाम आगे आया। ऐसे में मोहन पासवान के घर के गेट पर भी अपनी बेटी यानी ज्योकि कुमारी का भी नाम लिखवाया है।
पिता ने कहा- बेटी के चलते बदली किस्मत
पिता मोहन पासवान क कहना है कि अपनी बेटी की हिम्मत और हौसले को सलाम करता हूं, जो मुझ जैसे बीमार पिता को लेकर गुरुग्राम से साइकिल चलाकर दरभंगा पहुंची और आज पूरे समाज के लिए नजीर बनी है। मोहन पासवान ने कहा कि जिस वक्त दिल्ली में वो दुर्घटना के शिकार हुए थे। उस वक्त मेरी पत्नी, जमाई और तीनों बेटी मुझे देखने गए थे लेकिन ज्योति ने फैसला किया कि वो यहीं पर रहकर मेरी सेवा करेगी। लेकिन लॉकडाउन लग गया और इस लॉकडाउन ने पूरी दुनिया ही बदल दी।