भारत का दूसरा सबसे बड़ा फिजिकल मॉडलिंग सेंटर बन रहा यहां, नदियों के हाइड्रोलिक गुणों पर होगी रिसर्च
सुपौल। बिहार में सुपौल के वीरपुर में भारत के दूसरे सबसे बड़े फिजिकल मॉडलिंग सेंटर का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा और पर्यावरण मंत्री नीरज बबलू मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, इस सेंटर का निर्माण कार्य 108 करोड़ की लागत से पूरा होगा। इसके निर्माण हो जाने के बाद बाढ़ से पहले 72 घंटे पहले सूचना मिल जाएगी। पूर्वी कोसी तटबंध के विभिन्न स्परों के सदृढ़ीकरण का काम विश्व बैंक की मदद से किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीरपुर पहुंचकर फिजिकल मॉडलिंग सेंटर और पूर्वी कोसी तटबंध पर कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। करीब 2 घंटे तक मुख्यमंत्री ने निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि, वीरपुर में फिजिकल मॉडलिंग सेंटर का निर्माण प्रगति पर है। हालांकि, मैं चाहता हूं कि प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करें। सुपौल के वीरपुर में फिजिकल मॉडलिंग सेंटर का निरीक्षण करने के बाद पूर्वी कोसी तटबंध को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, इस सेंटर के तैयार होने पर 72 घंटे पहले बाढ़ का अलर्ट मिल सकेगा। इसके अलावा मॉडलिंग सेंटर में नदियों के हाइड्रोलिक गुणों पर रिसर्च की जा सकेगी।
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बता दें कि, यह फिजिकल मॉडलिंग सेंटर पुराने केंद्रीय कर्मशाला परिसर में तैयार किया जा रहा है। इसमें कोसी नदी के तटबंध, कोसी बराज एवं अन्य स्ट्रक्चर का प्रोफाइल बनाया जाएगा। जिस पर स्टडी कर बाढ़ के पूर्वानुमान की जानकारी दी जाएगी। कोसी बेसिन में तटबंध संरक्षण समेत बाढ़ पूर्वानुमान को बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायता केंद्र के बैनर तले कार्य किया जा रहा है। 3 वर्ष पहले कार्यशाला में करीब 300 से अधिक इंजीनियरों ने हिस्सा लिया था। जिसमें एफएमआईएससी के अभियंताओं के साथ ही एकॉन एवं कोसी के अभियंता शामिल थे। जहां एफएमआईएससी के डिप्टी डायरेक्टर परवेज अख्तर ने कहा कि कोसी बेसिन में पूर्वानुमान 72 घंटे पहले किया जाए, इसके लिए दो तरह के मॉडलिंग की व्यवस्था की जा रही है। एक मैथमेटिकल मॉडलिंग का केंद्र पटना में बनाया गया है।