Chhath Puja Songs: 'बिहार-कोकिला' शारदा सिन्हा के गानों के बिना है अधूरा है छठ पर्व का उत्सव, सुनिए उनके मधुर गीत
Chhath Puja Songs: लोक आस्था के महापर्व 'छठ' के चार दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत आज नहाय-खाए से हो गई है, इस खास मौके पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छठ व्रतियों को शुभकामनाएं दी हैं, साथ ही कोरोना से बचाव के लिए भी सलाह दी है। इस वक्त पूरा बिहार छठ की पूजा में व्यस्त है। सूर्य देवता का यह बेहद ही कठिन व्रत पूरी आस्था के साथ पूरे भारत में अपनी अलौकिक छठा बिखेर रहा है।

विश्वास और त्याग का यह व्रत लोकगायिका शारदा सिन्हा बिना अधूरा है। छठ को वैश्विक पर्व मानने वाली शारदा सिन्हा ने कहा कि परंपराएं और व्रत देश की संस्कृति की परिचायक हैं जो हमेशा हमें शक्ति और देश की मिट्टी से जुड़ी होने की सीख देती हैं। 1 अक्टूबर 1952 को जन्मीं शारदा सिन्हा को 'बिहार-कोकिला' एवं 'पद्म श्री' सम्मान से विभूषित किया जा चुका है। शारदा सिन्हा ने मैथिली, बज्जिका, भोजपुरी के अलावे हिंदी गीत गाए हैं।
सुनिए छठ पर्व पर शारदा सिन्हा के ये मधुर गीत जिनके बिना अधूरा ये पर्व
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सूर्य की कृपा से आयु और आरोग्य की प्राप्ति
छठ पूजा करने का उद्देश्य जीवन में सूर्यदेव की कृपा पाना है। सूर्य की कृपा से आयु और आरोग्य की प्राप्ति होती है। धन, मान-सम्मान, सुख-समृद्धि, उत्तम संतान की प्राप्ति के लिए छठ पूजा की जाती है। इस व्रत को अत्यंत कठोर नियम और निष्ठा से किया जाता है। इसमें घर और अपने आसपास के परिवेश की साफ-स्वच्छता का भी विशेष महत्व होता है। इसमें चतुर्थी और पंचमी के दिन एक समय भोजन किया जाता है। भोजन में भी कुछ विशेष पदार्थ ही बनाए जाते हैं। छठ के दिन पूरे दिन निर्जल रहकर शाम को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।
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