देह व्यापार के दलदल में फंसी लड़की ने कस्टमर के फोन के जरिए पाई आजादी
देखते-देखते 20 महीने का समय गुजर गया और एक दिन उसके पास आए एक कस्टमर के मोबाइल से उसने अपने घरवालों को फोन किया और मामले की जानकारी दी।
पटना। कॉलेज में पढ़ने वाली शबनम (काल्पनिक नाम) अपने पूरे परिवार के साथ काफी खुशी से रह रही थी लेकिन सब कुछ बर्बाद हो गया। पड़ोस के ही रहने वाले दो लड़कों ने उसे झांसा देते हुए अच्छी नौकरी लगाने की बात की। शहर ले जाने की बात कहकर दोनों ने उसे रास्ते पर ही एक दलाल महिला के हाथों बेच दिया। जब तक शबनम को इस बात की जानकारी होती तब तक काफी देर हो चुकी थी। वो जिस्म की मंडी में शहर से काफी दूर दिल्ली पहुंच गई थी। जहां उसे उस महिला ने जिस्मफरोशी के अड़े पर बेच दिया। अपनों से बहुत दूर दरिंदों के हाथों में पड़ने के बाद मजबूरन उसे देह व्यापार करना होता था।
जब कभी इस बात का विरोध किया जाता तो उन लोगों द्वारा बुरी तरह मारपीट की जाती थी। जिस्मफरोशी के दलदल में फंस चुकी शबनम के सामने कोई दूसरा चारा भी नहीं था। वो वहां से निकलने की कोशिश में लगी हुई थी। देखते-देखते 20 महीने का समय गुजर गया और एक दिन उसके पास आए एक कस्टमर के मोबाइल से उसने अपने घरवालों को फोन किया और मामले की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही उसके परिवार वाले नजदीकी थाने पहुंचे और उस मोबाइल की लोकेशन के आधार पर छापेमारी करवाते हुए उसे जिस्मफरोशी के अंडे से बरामद कर लिया। जिसके बाद वो नजदीकी थाने पहुंची और पड़ोस के रहने वाले दो दरिंदों पर मामला दर्ज करवाया।
जानकारी के मुताबिक मामला बिहार के सासाराम जिले की रहने वाली है। शबनम जो ग्रेजुएशन की स्टूडेंट थी उसे पड़ोस के ही रहने वाले दो लड़कों ने नौकरी का झांसा देते हुए आज से 20 महीने पहले उसे शिकार बना लिया था। दिल्ली जाने के बाद शबनम को एहसास हुआ कि वो इन लोगों के चंगुल में बुरी तरह फंस चुकी है। जिसके बाद वो वहां से बाहर निकलने की कोशिश में लगी रही और 20 महीने बाद नर्क की जिंदगी से उसे आजादी मिली। जिस्मफरोशी के धंधे से मुक्त होने के बाद शबनम ने नजदीकी थाने में लिखित शिकायत देते हुए पड़ोस के रहने वाले दोनों लड़कों पर मामला दर्ज करवाया। जिसके बाद से दोनों घर छोड़कर फरार हो गए हैं। फिलहाल पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है।
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शबनम 27 दिसंबर 2015 को घर से गायब हो गई थी। जिसकी लिखित शिकायत नजदीकी थाने में दर्ज कराई गई। मामले की जांच-पड़ताल चल ही रही थी कि उसके परिवार वाले एक मोबाइल नंबर पर बातचीत होने की बाद उसे बरामद कर पाए। इस मामले में शबनम ने गांव के ही दो युवक अब्दुल उर्फ बब्लू और अख्तर कुरैशी को आरोपी बनाया है।
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