रेलवे प्लेटफॉर्म पर चलता है यह अनोखा स्कूल, गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं पुलिसवाले
गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर रोज लगती है गरीब बच्चों की पाठशाला। रेलवे पुलिस कर रही सराहनीय काम।
गया। बिहार के गया स्टेशन पर रेलवे पुलिस ऐसा काम कर रही है जिसको जानकर आप उनकी सराहना किए बिना नहीं रहेंगे। स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर कचरा बीननेवाले गरीब बच्चों की पाठशाला है जहां रेलवे पुलिस के जवान उनको पढ़ाने का काम करते हैं।
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कभी इन बच्चों को खदेड़ते थे पुलिसवाले
रेलवे प्लेटफॉर्म पर कचरा बीननेवाले गरीब बच्चे भीख मांगने का काम भी किया करते थे। इन बच्चों को पुलिसवाले पहले दिनभर खदेड़ते रहते थे। यह बच्चे पास के स्लम में रहते हैं। अब पुलिसवाले इनको भगाते नहीं बल्कि प्लेटफॉर्म पर बिठाकर पढ़ाते हैं। रेलवे पुलिस इन बच्चों की जिंदगी के अंधेरे को दूर करने की सराहनीय कोशिश कर रही है।
कहां से आया बच्चों को पढ़ाने का आइडिया?
अक्सर देश के प्लेटफॉर्म पर गरीब बच्चे भीख मांगते या कचरा बीनते दिख जाते हैं। लेकिन उन बच्चों के बारे में कुछ पॉजिटीव करने का विचार गया की रेलवे पुलिस को कहां से आया?
दरअसल, प्लेटफॉर्म को गरीब बच्चों की पाठशाला बनाने का विचार गया रेलवे पुलिस के अधिकारियों के दिमाग में आया और उन्होंने इस विचार पर अमल करते हुए बच्चों की जिंदगी को बदलने वाले इस अभियान को शुरू किया।
नियमित हो रही है बच्चों की पढ़ाई
जब अधिकारियों ने यह देखा कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे पढ़ने के लिए आ रहे हैं और मन लगाकर पढ़ रहे हैं तो उनका उत्साह और बढ़ा।
पटरी के बगल में बच्चों की यह अनोखी पाठशाला रोज लगती है। रेलवे पुलिस के अधिकारियों ने एक पुलिसमैन को नियमित रूप से पढ़ाने की ड्यूटी पर तैनात किया है।
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गरीब बच्चों के सपनों को लगे पंख
बच्चों को पढ़ा रहे पुलिसमैन प्रवीण कुमार ने बताया को उनको टीचर का काम करने का निर्देश दिया गया है। इन बच्चों को शिक्षा देने के लिए डीएसपी और इंस्पेक्टर भी आते हैं।
पुलिसवालों से पढ़ रहे बच्चे काफी खुश हैं। वे भी अब करियर और जिंदगी को संवारने के सपने देखने लगे हैं। प्लेटफॉर्म पर पढ़नेवाली एक बच्ची सुमन ने बताया, 'हम सब कचरा बीनने का काम करते थे लेकिन हम अब यहां पढ़ते हैं। मैं बड़ी होकर पुलिस में जाना चाहती हूं।'
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