नई सरकार बनने के बाद बिहार विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू, 105 सदस्य पहली बार लेंगे शपथ
पटना। 17वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो रहा है, सत्र के दौरान हर किसी को कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करना बहुत जरूरी है। ये सत्र 5 दिवसीय है, आपको बता दें कि इस बार 105 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार चुनाव जीतकर सत्र में पहुंचे हैं तो वहीं 98 सदस्य ऐसे हैं जो दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं और 40 सदस्य ऐसे हैं जो कि एक अंतराल के बाद जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं, ये सभी लोग पद-गोपनियता की शपथ लेंगे तो वहीं 110 सदस्यों के साथ विपक्ष दमदार पोजिशन में नजर आएगा।
आपको बता दें कि लगातार चौथी बार नीतीश कुमार के हाथ में बिहार की कमान आई है, आज प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी सदस्यों को शपथ दिलाएंगे, जिसमें सबसे पहले उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, फिर रेणु देवी शपथ लेंगे। उसके बाद मंत्री विजय कुमार चौधरी, बिजेन्द्र प्रसाद यादव, शीला कुमारी, अमरेन्द्र प्रताप सिंह, डा. रामप्रीत पासवान, जीवेश मिश्रा, रामसूरत राय क्रमश: शपथ लेंगे। फिर अन्य सदस्यों की बारी आएगी।
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ये हैं पांच दिनों का कार्यक्रम
- 23 और 24 नवम्बर को नवनिर्वाचित सदस्यों द्वारा शपथ लिया जाएगा।
- उसके बाद 25 को विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा।
- 26 को सेंट्रल हॉल में ही राज्यपाल विधानमंडल के समवेत बैठक को संबोधित करेंगे।
- 27 को राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर सरकार उत्तर देगी।
आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी लेकिन बहुमत नहीं मिला
गौरतलब है कि इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों में 75 विधानसभा सीटें हासिल कर आरजेडी एक बार फिर से राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, हालांकि उनके महागठबंधन को बहुमत नहीं मिला है। कांग्रेस, आरजेडी और वाम दलों का महागठबंधन बिहार की 243 सीटों में से 110 सीटें ही हासिल कर पाया तो वहीं, एनडीए ने 125 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिनमें से 74 सीटों पर भाजपा, 43 सीटों पर जेडीयू और 4-4 सीटों पर वीआईपी व हम ने जीत का परचम लहराया है। इनके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को पांच, चिराग पासवान की एलजेपी को 1 और बहुजन समाज पार्टी को भी एक सीट मिली है। बिहार विधानसभा की एक सीट निर्दलीय के खाते में गई है।