बिहार के बाहुबलियों का हुआ बुरा हश्र, कोर्ट ने बता दी औकात
लालू प्रसाद यादव के खास प्रभुनाथ सिंह को विधायक हत्याकांड मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई। तो बाहुबली छवि और बिहार की जमीन ने कई नाम एक झटके में याद दिला दिए।
पटना। बाहुबली और बिहार एक दूसरे के पूरक से लगते हैं। तभी तो बिहार के इतिहास में बाहुबली खोजने नहीं पड़ते, आए दिन कोई न कोई फैसला या कोई न कोई घटना बाहुबल की राजनीतिक परिभाषा दे ही देती है। बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का शुरू से ही दबदबा रहा है।
कल आए एक फैसले में जहां बिहार के पूर्व सांसद और लालू प्रसाद यादव के खास प्रभुनाथ सिंह को विधायक हत्याकांड मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई। तो बाहुबली छवि और बिहार की जमीन ने कई नाम एक झटके में याद दिला दिए। प्रभुनाथ सिंह अपने राजनीतिक कैरियर में बाहुबली की छवि में ही देखे जाते हैं। बिहार की राजनीति में कई ऐसे नेता हैं जिनके नाम के आगे बाहुबली लगा दिया जाता है। प्रभुनाथ सिंह पहले ऐसे बाहुबली नेता नहीं हैं जिन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। इससे पहले भी कई ऐसे नेताओं को न्यायालय ने सजा सुनाई है।
लालू प्रसाद यादव
न्यायालय के द्वारा सजा सुनाने के बाद सभी के जुबान पर एक ही बात सामने आती है कि न्याय के दरबार में ना कोई बाहुबली है और ना ही कोई माननीय। पहले भी बिहार के बाहुबली के खिलाफ कई ऐसे फैसले आए हैं जिसमें अदालत ने उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई है। अदालत और बाहुबल के आगे बिहार में सबसे पहला स्थान रखते हैं लालू प्रसाद यादव जिन्हें बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में रांची की विशेष सीबीआई कोर्ट ने अक्टूबर 2013 में 5 साल कैद और 40 लाख रुपए आर्थिक दंड की सजा सुनाई थी। हालांकि रांची की सीबीआई कोर्ट से सजा मिलने के दो महीने बाद दिसंबर 2013 में सर्वोच्च न्यायालय ने लालू प्रसाद यादव को जमानत दे दी थी। जिसके बाद वो जमानत पर रिहा हैं। जेल जाने से पहले लालू प्रसाद यादव 15वीं लोकसभा के सदस्य थे पर अदालत के द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई। जिसके बाद उनके द्वारा चुनाव लड़ने और चुनाव में बतौर उम्मीदवार भाग लेने पर बैन लग गया।
डॉक्टर जगन्नाथ मिश्रा
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर जगन्नाथ मिश्रा का नाम भी बाहुबली कैटग्री में ही आता है। जिन्हें भी चारा घोटाले मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने 5 साल की सजा सुनाई थी। हालांकि सीबीआई कोर्ट के द्वारा दी गई सजा पर सर्वोच्च न्यायालय में जगन्नाथ मिश्रा को जमानत दे दी गई और वो भी फिलहाल जेल से बाहर हैं।
शहाबुद्दीन
बिहार की राजनीति में बाहुबली के नाम से चर्चित सिवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन, जिसके नाम का आतंक कुछ ऐसा था कि लोग उनके नाम से ही खौफ के साए में छुप जाते थे। मोहम्मद शहाबुद्दीन को सिवान की विशेष अदालत में दो मामले में अजीवन कारावास की सजा सुनाई है। फिलहाल शहाबुद्दीन दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद हैं। उन्हें मुजफ्फरपुर की विशेष अदालत ने पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में भी अभियुक्त बनाया है।
आनंद मोहन
गोपालगंज के तत्कालीन डीएम कृष्णा हत्याकांड में बाहुबली आनंद मोहन भी उम्रकैद की सजा भोग रहे हैं। साल 1996 से 1998 में वो दो बार शिवहर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इनका ताल्लुक बिहार पीपुल्स पार्टी के संस्थापक के तौर पर रहा है। फिलहाल ये भी जेल में बंद हैं।
जगदीश शर्मा
बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने कांग्रेस के पूर्व सांसद जगदीश शर्मा को 5 साल की कैद की सजा सुनाई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जमानत पर इन्हें भी रिहा कर दिया। बिहार में बाहुबल दिखाने में ये भी कोई कम नहीं। इनका नाम भी बिहार के बाहुबली नेता में ही शुमार है।
बाहुबली सूरजभान सिंह
लोजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद सूरजभान सिंह को अदालत द्वारा पूर्व मंत्री बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड में सजा सुनाई गई है। फिलहाल सुरजभान भी जमानत पर जेल से बाहर चल रहे हैं।