बिहार चुनाव की तैयारियों ने ली चर्चित कवि और शिक्षक की जान, EVM ट्रेनिंग के दौरान हुए थे कोरोना संक्रमित
खगड़िया। बिहार में चुनाव की तैयारियों में लगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर उनके विरोधी लगातार हमले कर रहे हैं। कोरोना महामारी के काल में अक्टूबर-नवंबर के महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर विरोधियों की चिंता के बीच खगड़िया से एक दुखद खबर आई कि सोमवार को चर्चित कवि और प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर कैलाश झा किंकर नहीं रहे। 59 साल के कैलाश झा किंकर सदर प्रखंड के चमन टोला सरकारी मध्य विद्यालय के हेडमास्टर थे। जानकारी के मुताबिक, वो चुनावी तैयारियों में लगे थे और जिले में मास्टर ट्रेनर की लिस्ट में उनका भी नाम था। उनको ट्रेनिंग देने के लिए हैदराबाद से इंजीनियरों की टीम आई थी। उनके संपर्क में आकर कैलाश झा किंकर संक्रमित हो गए और उनका इलाज चल रहा था। 13 जुलाई को उनके निधन की खबर से जिले में साहित्यप्रेमियों के बीच शोक की लहर दौड़ गई।
हैदराबाद से आए कोरोना संक्रमित इंजीनियर
खगड़िया जिले में 70 मास्टर ट्रेनर को ट्रेनिंग देने के लिए हैदराबाद से इंजीनियरों की टीम आई थी। कोरोना से डरे हुए 63 मास्टर ट्रेनर इस ट्रेनिंग के लिए उपस्थित नहीं हुए जिनको जिलाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था। ट्रेनिंग में कैलाश झा किंकर समेत सात मास्टर ट्रेनर उपस्थित हुए थे। जांच में इंजीनियर के कोरोना संक्रमित आने के बाद ट्रेनिंग लिए हुए मास्टर ट्रेनर और वहां उपस्थित रहे अन्य कर्मचारियों की टेस्टिंग की गई। इनमें सात लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया जिनमें कैलाश झा किंकर भी शामिल थे। आइसोलेशन सेंटर में उनका इलाज चल रहा था। सोमवार को उनका निधन हो गया।
इलाके के जाने-माने साहित्यकार थे किंकर
कैलाश झा किंकर इलाके में कवि के तौर पर चर्चित थे और कौशिकी नाम की पत्रिका के वो संपादक भी थे। कैलाश झा किंकर अंगिका भाषा में कविता लिखते थे। अंगिका भाषा में 5 किताबें और हिंदी में उनकी 14 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी संध्या और तीन बेटे हैं। कैलाश झा किंकर ने हिंदी भाषा साहित्य परिषद खगड़िया की स्थापना की। उनको शिक्षक शिरोमणि किंकर के नाम से लोग जानते थे। उनके निधन से साहित्य प्रेमियों में दुख छा गया है। प्रशंसकों ने शोक सभा आयोजित कर कैलाश झा किंकर को श्रद्धांजलि दी।
वाट्सएप पर उन्होंने जाहिर की थी नाराजगी
आइसोलेशन सेंटर में इलाज के दौरान कैलाश झा किंकर ने जिला प्रशासन के वाट्सएप ग्रुप और परिजनों व मित्रों को मैसेज कर अव्यवस्था के साथ-साथ इलाज सही से न होने की शिकायत की थी। उन्होंने एक डॉक्टर मित्र को मैसेज किया था कि सैंपल लेते समय उनकी नाक में एक कट लग गया जिससे खून लगातार रिस रहा है। यहां आइसोलेशन सेंटर में उनको इलाज नहीं मिल पा रहा है। डॉक्टर मित्र ने मदद करने में असमर्थता जाहिर करते हुए उनसे कहा था कि आइसोलेशन सेंटर में होने की वजह से वह अपनी दवा उनको नहीं दे सकते।
ट्रेनिंग के दौरान नियमों का पालन नहीं किया गया
कैलाश झा किंकर के निधन के बाद चुनाव आयोग की तैयारियों और ट्रेनिंग देने के तरीके पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि चुनावी ट्रेनिंग के आयोजन में महामारी के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों का ध्यान नहीं रखा गया। प्रदेश में चुनाव की तैयारियों पर राजद नेता तेजस्वी यादव और लोजपा नेता चिराग पासवान अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी क्या लोगों को बूथ से श्मशान घाट भेजना चाहते हैं, क्या वे लाशों की ढेर पर चुनाव कराना चाहते हैं। कभी सीएम नीतीश के करीबी रहे प्रशांत किशोर भी कोरोना काल में चुनाव की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री पर हमला बोलते रहे हैं। हलांकि चुनाव आयोग ने कहा है कि प्रदेश में इलेक्शन समय पर होंगे।
लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
बिहार में हाल में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं जिस वजह से प्रदेशभर में 31 जुलाई तक लॉकडाउन लगाया गया है। भाजपा दफ्तर से वर्चुअल रैली के आयोजन में लगे 75 नेता कोरोना पॉजिटिव निकले। मुख्यमंत्री आवास और राजभवन तक कोरोना वायरस अपने पैर पसार चुका है। वहीं प्रदेशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 हजार के पार हो गई है। बुधवार को 1320 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। बुधवार को छह मरीजों की मौत हो गई।
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