सबरीमाला मंदिर पर स्मृति ईरानी के विवादास्पद बयान पर बिहार में परिवाद दर्ज
सीतामढ़ी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान के खिलाफ बिहार में परिवाद दर्ज किया गया है। इस परिवाद में एक अधिवक्ता ठाकुर चंदन सिंह ने सबरीमाला मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों को भी अभियुक्त बनाया है। यह अर्जी स्मृति ईरानी के उस कमेंट के बाद अदालत में दाखिल की गई है, जिसमें दो दिन पहले उन्होंने ''क्या ब्लड से सने सेनटरी नैपकिन के साथ दोस्त के घर जा सकती हैं? तो भगवान के घर क्यों जाना चाहती हैं?'' कहा था।
स्मृति ईरानी ने किया था यह कमेंट
मुंबई में ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन और ऑबजर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित यंग थिंकर्स कॉन्फ्रेंस में स्मृति ने कहा, ''मैं मौजूदा केंद्रीय मंत्री हूं इसलिए मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी नहीं कर सकती। लेकिन मुझे लगता है कि मेरे पास पूजा करने का अधिकार है, लेकिन पूजा-स्थल को अपवित्र करने का नहीं। यही वह अंतर है जिसे पहचानने और सम्मान करने की जरूरत है।'
''खून से सने पैड लेकर जाएंगी..''
स्मृति ने आगे पूछा,''क्या आप महावारी के खून से सने सेनेटरी नेपकिन को लेकर अपने दोस्त के घर जाएंगी? आप नहीं जाएंगी। तो फिर भगवान के घर क्यों जाना चाहती हैं? यही वह अंतर है।' उन्होंने ये भी कहा कि ये उनकी व्यक्तिगत राय है।''
सिविल कोर्ट में परिवाद के पीछे के तर्क
परिवाद अधिवक्ता ठाकुर चंदन सिंह ने अपनी अर्जी दाखिल करने के पीछे स्मृति के बयान को आपत्तिजनक माना है। चंदन द्वारा कहा गया है कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर दिये गये ईरानी के बयान के बाद वे सीतामढ़ी सिविल कोर्ट में गए हैं। इस मामले में सबरीमाला मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया है।
गिरिराज सिंह के खिलाफ भी परिवाद
इससे पहले बिहार में ही गिरिराज सिंह के खिलाफ भी परिवाद दायर किया गया था। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह पर मुजफ्फरपुर में तमन्ना हाशमी और मो. नसीम ने देश की भावना को आहत करने का आरोप लगाया है। अब सुनवाई की अगली तारीख में अदालत यह तय करेगी कि गिरिराज सिंह के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दी जाए या नहीं। गिरिराज सिंह ने कहा था कि मुसलमान मुगल के वंशज नहीं बल्कि श्रीराम के वंशज हैं इसलिए ये लोग राम मंदिर का विरोध न करें और जो राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं वो भी समर्थन में आ जाएं वरना उनसे हिंदू नाराज हो जाएंगे।
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