केंद्रीय बजट का सीएम नीतीश कुमार ने किया स्वागत तो तेजस्वी यादव ने बताया देश को बेचने वाला बजट
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट का स्वागत किया है। लोकसभा में बजट पेश हो जाने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोरोना महामारी और राजस्व संग्रहण में दिक्कतों के बाद भी सरकार ने संतुलित बजट पेश किया है, जो स्वागत योग्य है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैं एक संतुलित बजट प्रस्तुत करने के लिए केंद्र सरकार को बधाई देता हूं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि साल 2021-22 के लिए 34.8 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है कि जो कि वर्ष 2020-21 के अनुमानित बजटीय खर्च से अधिक है।
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उन्होंने कहा कि वित्त आयोग की अनुशंसा के आलोक में 41 फीसदी राशि राज्य सरकारों को दी जाएंगी। स्वास्थ्य क्षेत्र में 2 लाख 23000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है, जो पिछले वर्ष से 137 प्रतिशत अधिक है। साथ ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वर्ल्ड हेल्थ की स्थापना की जाएगी। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना के अंतर्गत एक करोड़ अतिरिक्त परिवारों को एलपीजी सिंलेंडर देने का फैसला लिया है, जो स्वागत योग्य है।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि देश में वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क अगले तीन वर्षों में शुरू किये जाने की योजना है, जिससे लोगों को रोजगार तो मिलेगा ही। साथ ही निर्यात को बढ़ावा मिलेगी। उन्होंने कहा कि सौर एवं नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह देश के पर्यावरण की रक्षा की दिशा में एक अच्छा कदम है।
वहीं स्मार्ट मीटर का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार ने पहले ही फैसला लिया था कि केंद्र सरकार ने भी इस काम को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। सीएम ने 75 साल के ऊपर वाले पेंशनर को आयकर रिटर्न जमा करने से मुक्त किये जाने के फैसले का भी स्वागत किया है।
यह देश बेचने वाला बजट है।यह बजट नहीं सरकारी प्रतिष्ठानों व संपत्तियों को बेचने की सेल थी।रेल,रेलवे स्टेशन,एयरपोर्ट,लाल किला, BSNL,LIC बेचने के बाद यह बजट नहीं बल्कि अब बैंक,बंदरगाह,बिजली लाइनें,राष्ट्रीय सड़के, स्टेडियम,तेल की पाइप लाइन से लेकर वेयरहाउस बेचने का भाजपाई निश्चय है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2021
वहीं तेजस्वी यादव ने केंद्रीय बजट को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह बजट देश के विकास के लिए नहीं बल्कि इसकी बिक्री के लिए है। इससे पहले, उन्होंने रेलवे, एयर इंडिया, भारत पेट्रोलियम, और अन्य को बेच दिया। यह बजट ऐसी और संस्थाओं के बारे में है, जिन्हें गैस पाइपलाइन, स्टेडियम, रोडवेज और गोदाम सहित बेचा जाएगा।