तेजस्वी के आरोपों पर सदन में सीएम नीतीश ने खोया आपा, कहा- ये झूठ बोलता है, भाई समान दोस्त का बेटा है इसलिए...
पटना। शुक्रवार को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच नोंकझोंक हुई और काफी हंगामा हुआ। तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर दी और हत्या के केस में फंसने का आरोप लगाया। इस पर सीएम नीतीश कुमार गुस्सा हो गए और तेजस्वी यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये सदन में झूठ बोलता है। मेरे दोस्त का बेटा है इसलिए कुछ नहीं बोलता। इसको डिप्टी सीएम किसने बनाया था? ये चार्जशीटेड है, जब आरोपों पर इससे पूछा था तो जवाब क्यों नहीं दिया था?
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सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री पर हत्या का मुकदमा चला है, उनको जुर्माना देना पड़ा है, यह बहुत गंभीर मसला है, क्या मैंने गलत बोला है? इस पर सीएम नीतीश कुमार आपा खोते हुए सीट से उठे और विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए कहा- यह जो बोल रहा है, इसकी जांच कराइए, इसके खिलाफ कार्रवाई होगी। यह झूठ बोल रहा है। मेरे भाई समान दोस्त का बेटा है इसलिए मैं सुनता रहता हूं। इसको पता है कि इसके पिता को विधायक दल का नेता किसने बनाया था? इसको डिप्टी सीएम किसने बनाया था?
2017 में राजद के साथ मिलकर सरकार चलाने और साथ छोड़ने पर सीएम नीतीश ने कहा- मैं बर्दाश्त कर रहा था। ये चार्जशीटेड है। इसके खिलाफ आरोप लगे थे तो मैंने कहा था कि एक्सप्लेन करो तो इसने जवाब क्यों नहीं दिया था? इसने एक्सप्लेन नहीं किया इसलिए साथ छोड़ा।
सीएम नीतीश के बोलने को दौरान सदस्यों ने वेल में आकर हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सभी तबकों के लिए काम किया गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार ने काम किया है। कोरोना से बचाव के लिए सरकार ने काम किया है। लोग कोरोना को लेकर निर्देशों का पालन करें ।
साथ ही उन्होंने कहा कि सात निश्चय के तहत काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर घर नल योजना में कोई गड़बड़ी हुई होगी तो सख्त कार्रवाई करेंगे। हमलोग मेंटनेंस का भी काम करेंगे। सात निश्चय-2 के लिए सबलोग बैठकर कार्य योजना बनाएंगे। अगले बजट सत्र के काम काम करेंगे। हमलोग काम करना नहीं छोड़ेंगे।
मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने ह्यूमर के तौर पर फर्टिलीटी रेट के बारे में बात कही थी। अब कुछ लोग उसे अपने ऊपर ले रहे हैं।
साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अध्यक्ष महोदय को भी चाहिए कि नियमों का उल्लंघन नहीं हो ताकि सदन की गरिमा बनी रहे। कहा कि एक वोट से भी जीत जीत होती है। किसी को कोई परेशानी है तो कोर्ट जाए। बता दें कि इससे पूर्व राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव ने निजी टिप्पणी की।
सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश जी अपनी चुनावी सभाओं में लालू के 9 बच्चों की बात करते थे। कहते थे बेटी पर भरोसा नहीं था, बेटा के लिए 9 बच्चे हुए। क्या नीतीश कुमार को लड़की पैदा होने का डर था, इसलिए नीतीश कुमार ने दूसरा बच्चा नहीं पैदा किया।