केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा- महागठबंधन के स्टार प्रचारक राहुल व तेजस्वी नहीं शरजील इमाम जैसे लोग होंगे
नवादा। बिहार के बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को नवादा के वारसलीगंज विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी अरुणा देवी के लिए प्रचार करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रोड शो किया और लोगों से समर्थन मांगा। लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने महागठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने राजद, कांग्रेस के साथ वामपंथ दलों के गठजोड़ को बिहार के खिलाफ साजिश करार दिया। वहीं चिराग पासवान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह कभी तेजस्वी और कांग्रेस के खिलाफ क्यों नहीं बोलते।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने महागठबंधन में शामिल भाकपा-माले के साथ राजद के नए गठबंधन को निशाने पर लेते हुए माले को मुड़कटवा पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में ये लोग फिर से वापस आ गए तो वही नरसंहार का दौर आ जाएगा जो जंगलराज में था। गिरिराज सिंह ने कहा कि महागठबंधन में माले गर्दन काटती है तो कांग्रेस ने वैसे नेताओं को टिकट दिया है जो भारत को ही काटने की बात करते हैं।
वहीं कांग्रेस द्वारा दरभंगा के जाले विधानसभा क्षेत्र से उस्मानी को टिकट दिये जाने पर भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने ऐसे नेताओं को टिकट दिया है जिनके संबंध जिन्ना से रहें, जिनके आइकॉन जिन्ना हैं। इनके स्टार प्रचारक राहुल या तेजस्वी नहीं होंगे बल्कि शरजील इमाम जैसे लोग होंगे, जो भारत के चिकेन नेक को काटने की बात करते हैं।
वहीं तेजस्वी यादव द्वारा किये गए रोजगार के वादे को लेकर भी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बयान दिया। गिरिराज सिंह ने कहा कि वह कहते है कि अगर उनकी सरकार बनी तो 10 लाख नौकरियां युवाओं को देंगे पहले कैबिनेट की मीटिंग में पास कर देंगे। अगर आंकड़े की बात करते हैं तो उनके पिता लालू यादव ने अपने पूरे कार्यकाल के दौरान 94000 लोगों को नौकरी दी, जबकि नीतीश कुमार ने अपने कार्यकाल के दौरान कुल 700000 लोगों को नौकरियां दीं।
चिराग पासवान के द्वारा मोदी के हनुमान वाले बयान पर बीजेपी समेत गिरिराज सिंह ने कहा कि रामविलास पासवान परिवार से उनके बेहतर संबंध रहे हैं। चिराग से भी बेहतर संबंध है मगर इसका क्या फायदा बिहार में वह नीतीश कुमार का विरोध करते हैं। उनकी जुबान से तेजस्वी के खिलाफ विरोध की बात क्यों नहीं निकलती है। कांग्रेस के खिलाफ उनका विरोध क्यों नहीं निकलता। इसलिए वह नीति स्पष्ट करें।