'बड़े भाई की मांग' पर तेजस्वी यादव का ट्वीट, 'क्या बिहार में मोदी से बड़े नेता हैं नीतीश'
कैराना के बाद जहां विपक्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए नई मोर्चेबंदी में जुट गया है, वहीं एनडीए के सहयोगी दलों ने बीजेपी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
Recommended Video
नई दिल्ली। यूपी के कैराना लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद भाजपा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। कैराना के बाद जहां विपक्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए नई मोर्चेबंदी में जुट गया है, वहीं एनडीए के सहयोगी दलों ने बीजेपी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर हुई बैठक के बाद जेडीयू ने भाजपा से दो टूक कह दिया है कि बिहार में उसकी भूमिका बड़े भाई को होगी और नीतीश कुमार ही बिहार में एनडीए का चेहरा होंगे। जेडीयू के इस बयान के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा पर तंज कसा है।
तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, 'सुशील मोदी बताएं, क्या नीतीश जी बिहार में नरेंद्र मोदी से बड़े व ज्यादा प्रभावशाली नेता है? नीतीश जी के प्रवक्ता सुशील मोदी क्या अब भी JDU के हाथों अपने सबसे बड़े नेता को बेइज्जत कराते रहेंगे? नीतीश जी ने कहा था कि उन्होंने सुशील मोदी के कहने से भोज से मोदी जी की थाली खींची थी।' तेजस्वी के इस ट्वीट के बाद बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है।
जेडीयू ने मांगा बड़े भाई का दर्जा
गौरतलब है कि रविवार को सीएम नीतीश कुमार के घर पर हुई बैठक के बाद पार्टी महासचिव पवन वर्मा ने कहा कि बिहार में एनडीए को नीतीश कुमार के नाम पर ही चुनाव लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि जेडीयू सबसे बड़ा दल है और नीतीश कुमार सबसे बड़ा चेहरा। पवन वर्मा ने कहा कि हम अपने जीएसटी और विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर कायम हैं। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के लिए रामविलास पासवान ने भी इसका समर्थन किया है।
बड़ा दांव खेल सकते हैं नीतीश
जेडीयू के इस बयान के बाद इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि लोकसभा के आम चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर नीतीश कुमार कोई बड़ा दांव खेल सकते हैं। आपको बता दें कि 7 जून को पटना में होने वाली एनडीए की बैठक में इस बात पर औपचारिक तौर से मुहर लग सकती है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए का मुख्य चेहरा कौन होगा। इस बैठक में भाजपा के अलावा सभी सहयोगी दलों के नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है।
ये भी पढ़ें- रामविलास पासवान ने दिखाए तेवर, अमित शाह से कहा लाइए अध्यादेश नहीं तो होगी मुश्किल