बिहार: मोदी के साथ अपनी सरकार को भी 'जीरो नंबर' दे बैठे रघुवंश प्रसाद सिंह
रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने अब तक ऐसा कोई काम नहीं किया है जिसकी तारीफ की जाए।
पटना। महा गठबंधन में शामिल राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा से ही चर्चा में बने रहते हैं। कई बार इसका असर महागठबंधन पर भी पड़ते दिखता है। एक बार फिर रघुवंश प्रसाद सिंह ने महागठबंधन की बुनियाद हिलाने वाला बयान दिया है जिसकी चर्चा बड़े ही जोर-शोर हो रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने अब तक ऐसा कोई काम नहीं किया है जिसकी तारीफ की जाए साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भी अब तक कुछ वैसा नहीं किया गया जैसा वादा किया गया था। कुल मिलाकर इन दोनों सरकारों के अबतक जीरो नंहर बनते हैं।
मोदी सरकार का प्रचार एक ढकोसला है
रघुवंश प्रसाद सिंह ने एक सवाल के जवाब के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा अब तक ऐसा कोई काम नहीं किया गया है जैसा दावा किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अपनी सरकार की उपलब्धियों का प्रचार सिर्फ एक ढकोसला है और जनता को बरगलाना है। केंद्र सरकार पर हमला बोलने के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह चुप नहीं हुए और अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बिहार सरकार के द्वारा भी अब तक कोई वैसा काम नहीं किया गया जिससे उनकी सराहना की जाए। राज्य सरकार के 3 साल के कार्यकाल में उन्हें जीरो नंबर दिया जाए। बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह के द्वारा इस तरह का बयान तब दिया गया जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर पटना पहुंचे थे। रघुवंश प्रसाद सिंह के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में महागठबंधन में टूट की चर्चा होने लगी है।
लालू यादव कब तक ऐसे लोगों की बातें सुनेंगे
वहीं जदयू के नेताओं ने रघुवंश प्रसाद सिंह की प्रतिक्रिया पर कमेंट करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य सरकार पर सवाल खड़ा कर अपनी ही पार्टी के नेतृत्व को कटघरे में खड़ा कर दिया। साथ ही बिहार कैबिनेट के फैसले पर भी सवाल उठाया है। जदयू नेता नीरज कुमार ने नीतीश सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि इस बात का गवाह पूरा देश है कि बिहार में शराबबंदी व समाज सुधार के कार्य बड़े ही जोर-शोर पर चल रहा है। दूसरी तरफ से जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने आरजेडी के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह को बीजेपी का एजेंट बताते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव कब तक ऐसे लोगों की बातें सुनके रहेंगे क्योंकि रघुवंश प्रसाद के इस बयान से नीतीश कुमार ही नहीं पूरे महागठबंधन पर सवाल उठने लगे हैं। पार्टी सुप्रीमो के द्वारा जल्द से जल्द इस बीजेपी एजेंट को पार्टी से बाहर किया जाए।
पहले भी रघुवंश प्रसाद दे चुके हैं ऐसा बयान
बता दें कि महा गठबंधन सरकार में शामिल राज्य के रघुवंश प्रसाद सिंह ही एक मात्र ऐसे नेता हैं जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पसंद नहीं करते। यह बात गठबंधन से लेकर सरकार बनने तक में कई बार सामने आ चुकी है। जब विधानसभा चुनाव के वक्त बाद सरकार बनाने की बारी आई थी तो रघुवंश प्रसाद सिंह ही पहले नेता थे जिसने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का खुलकर विरोध किया था। सरकार बनने के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने नोटबंदी का समर्थन कर महागठबंधन का अपमान किया है।
तेजस्वी यादव ने पार्टी से निकालने की दी थी धमकी
दूसरी बार रघुवंश प्रसाद सिंह ने ऐसा जुबान खोला जिससे बिहार में तूफान आ गया। रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि अगर सेनापति का आदेश हो तो हम गर्दा उड़ा देंगे सभी का। रघुवंश प्रसाद सिंह के इस अनर्गल बयानबाजी से परेशान होकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उन्हें सख्त हिदायत देते हुए कहा कि आज के बाद अनर्गल बयान बाजी की तो पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देंगे। वहीं पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मीडिया के सामने बयान बाजी करने से मना कर दिया था पर इसका असर सभी नेताओं पर देखने को मिला लेकिन रघुवंश प्रसाद सिंह पर नहीं। जब भी मौका मिलता है रघुवंश प्रसाद सिंह मीडिया के सामने ऐसा बयान दे देते हैं जिससे महा गठबंधन सरकार की नींव हिल जाती है।