बिहार: पुलिस के आतंक से तंग आकर गांववालों ने फूंक दिया थाना, लगाए गंभीर आरोप
एक बार फिर बिहार में पुलिस का क्रुर चेहरा सामने आया है। जिसके चलते पुलिस के बढ़ते आतंक से गांववालों ने आक्रोश में आकर पूरे थाने को आग के हवाले कर दिया।
किशनगंज। एक बार फिर बिहार में पुलिस का क्रुर चेहरा सामने आया है। जिसके चलते पुलिस के बढ़ते आतंक से गांववालों ने आक्रोश में आकर पूरे थाने को आग के हवाले कर दिया। थाना फूंकने वाले ग्रामीणों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस के आतंक से गांव वाले अब घर से बाहर निकलने से भी डरते है। वहीं इस घटना मे थाने की कुर्सी टेबल के साथ-साथ कुछ महत्वपूर्ण कागज और दो गाड़ियां जल कर स्वाहा हो गई है। मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने उग्र ग्रामीणों को शांत करवाया। फिलहाल जिले की पुलिस घटनास्थल पर निगरानी कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार किशनगंज के पोठिया थाने के पुलिसवालों के आतंक से आक्रोशित होकर आदिवासी समुदाय के लोग एकजुट हो गए और लाठी, डंडे, तलवार, भाले के साथ थाने पहुंचे और जमकर हंगामा किया। आदिवासियों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पोठिया पुलिस के द्वारा शुक्रवार देर रात आदिवासी समुदाय के एक लड़के को शराब पीने के आरोप में जबरदस्ती गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि लड़के और उसके घरवाले पुलिस के सामने बार-बार यह कहते रहे कि शराब नहीं पी है। लेकिन पुलिस अपना रौब दिखाते हुए उसे गिरफ्तार कर थाने ले आई।
वहीं, युवक को थाने लाने के बाद पुलिस ने उसको इतनी बेरहमी से पीटा। बता दें कि पुलिस के निर्दयता से पीटने से युवक की मौत हो गई। वहीं, पुलिस की पिटाई से मरे युवक की लाश को भी पुलिसवालों ने छुपा लिया। इसी वजह से आदिवासी समुदाय के लोगों उग्र हो गए और पुलिस के खिलाफ थाने पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे। वहीं, ग्रामीणों के द्वारा नारेबाजी और उग्र प्रदर्शन किए जाने को लेकर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए कई राउंड गोली चलाई लेकिन आदिवासी समुदाय ने इस मौत के चलते आक्रोश में आकर थाने को ही आग के हवाले कर दिया। ये भी पढ़ें: शाहजहांपुर: सेना की छावनी में हुई आगजनी, किसी बड़ी साजिश का इशारा तो नहीं