PICs: भारतीय सेना के जवान को कभी नहीं मार पाएगा कोई भी आतंकी, शहीद के मां-बाप को है गर्व
इसी बीच अपनी पत्नी और 14 महीने की मासूम बेटी को देखने आने की खातिर वो छुट्टी लेकर गांव जाने की फिराक में लगे हुए थे लेकिन उसके घर जाने से पहले एक खबर उनके घर पहुंच गई।
पटना। बिहार के भागलपुर में सुल्तानगंज का रहने वाला एयर फोर्स जवान निलेश नयन देर रात आतंकियों की गोली के शिकार हो गए। ये घटना जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा इलाके में हुई। अचानक आतंकियों के हमले में इंडियन एयरफोर्स के दो जवान शहीद हो गए। जैसे ही जवान के शहीद होने की खबर उनके गांव पहुंची पूरे गांव में मातम का माहौल था तो इस मनहूस खबर को सुनते ही उनकी बूढ़ी मां और पत्नी बेहोश हो गईं। आस-पास के गांव वाले उनके घर पहुंचकर उनकी दुआओं में शामिल हो रहे थे लेकिन सभी जवान की शहादत पर आंसू बहाते दिखे। बता दें की आतंकी हमले में शहीद हुए निलेश फिलहाल चंडीगढ़ में तैनात थे और आर्मी के जवानों को ट्रेनिंग देने के लिए उन्हें कुछ दिन पहले जम्मू कश्मीर भेजा गया था।
भारतीय वायु सेना का जांबाज
जानकारी के मुताबिक बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज के रहने वाले निलेश नयन ने 2005 में इंडियन एयरफोर्स जॉइन किया था और 2015 में उन्होंने इंटरकास्ट लव मैरिज की थी। शादी के बाद वो अपनी पत्नी के साथ चंडीगढ़ में रहते थे और 6 अक्टूबर को अपना बर्थडे मनाने के बाद उन्होंने मां से ये वादा किया था कि बहुत जल्द वो गांव आ रहे हैं। इसी बीच अपनी पत्नी और 14 महीने की मासूम बेटी को वो गांव भेजकर खुद छुट्टी लेकर गांव जाने की फिराक में लगे हुए थे लेकिन उसके घर जाने से पहले उसकी मौत की खबर उनके घर पहुंच गई।
पत्नी ने रोकर बताया है गितना गर्व
जैसे ही उनके घर शहादत की खबर पहुंची घर के साथ-साथ पूरे गांव में चीख पुकार मच गई। जहां पत्नी अपने आप को अकेला छोड़ कर चले जाने की बात करते हुए बार-बार बेहोश हो जा रही थी तो बूढ़ी मां लगातार रो-रोकर कह रही थी कि मेरा बेटा कहां गया? मासूम बच्ची भी अपने पिता की मौत पर आंसू बहा रही थी। जिसे देखने के बाद वहां उपस्थित सभी लोग दहाड़ मारकर रोने लगे। तो दूसरी तरफ उसकी बुजुर्ग दादी को उनकी मौत की खबर जब मिली तो वो जोर-जोर से चिल्लाते हुए कह रही थी कि अब जीने की उम्मीद ही खत्म हो चुकी है।
देशभक्त बेटे की पिता ने बताई वो बात
आतंकियों की गोली के शिकार हुए शहीद निलेश के बारे में आस-पास के गांव वालों ने कहां कि वो काफी मिलनसार और होनहार लड़का था। बचपन से ही शिक्षा के प्रति वो काफी जागरुक था और लोगों में जागरुकता फैलाने का काम भी करता था। अचानक उसके हम लोगों के बीच से चले जाने को लेकर हम लोगों पर जहां दुखों का पहाड़ टूटा है, वहीं गर्व भी महसूस हो रहा है कि हमारे गांव का एक लाल जिसने देश की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। दूसरी तरफ निलेश के पिता तरुण सिंह आंखों में आंसू लिए लगातार कह रहे थे कि हमें अपने बेटे पर गर्व है और वो हमेशा देश की रक्षा में जान निछावर करने की बात भी करता था।
सबने मिलकर दी भावभीनी श्रद्धांजलि
निलेश के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि तीन भाई और बहन में सबसे बड़ा निलेश था उसका जन्म 10 फरवरी 1986 को हुआ था और 2001 में उच्च विद्यालय कुमारपुर कटहरा से सेकेंड डिवीजन में मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद भागलपुर के परबत्ती में छोटे भाई नितेश कुमार के साथ रहकर आगे की पढ़ाई की। निलेश ने 2005 में वायुसेना की नौकरी ज्वाइन की थी। वहीं इस मनहूस खबर को सुनने के बाद नीलेश के घर तक जाने वाली सड़क मार्ग की सभी गलियां सुनसान हैं और शहीद की आत्मा की शांति को लेकर भजन-कीर्तन शुरू कर दिया गया है।