8 नवंबर को लालू यादव करेंगे महारैली, मागेंगे नोटबंदी का हिसाब
पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार पर हुंकार भरने की तैयारी कर रहे हैं। नोटबंदी के एक साल पूरे होने के अवसर पर लालू यादव 8 नवंबर को राज्यव्यापी रैली करेंगे और इस रैली में नोटबंदी की विफलता के खिलाफ 1 साल में हुए फायदे और नुकसान के बारे जनता को बताएंगे। राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद विपक्ष में बैठी राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 8 नवंबर को राज्यव्यापी रैली के बारे में बताते हुए कहा कि एकाएक रात में 500 और 1000 के नोट बंद कर देने से राज्य में कितना नुकसान हुआ है इसके लिए हम एक रैली का आयोजन करेंगे जिसमें केंद्र सरकार की नोटबंदी की विफलता के खिलाफ राज्य की जनता को किस तरह जानबूझकर ठगने का काम किया गया इस बात को उजागर करेंगे तथा जनता से नोटबंदी से हुए फायदे और नुकसान के बारे में पूछेंगे।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी की विफलता के खिलाफ उनकी पार्टी आगामी 8 नवंबर को राज्य स्तर पर एक रैली का आयेजन करेगा जिसमें भाजपा से 8 नवंबर को यह पूछा जाएगा कि 500 और 1000 के नोट को जानबूझकर बंद किए जाने से आम जनता को क्या लाभ है या हानि। लालू यादव ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की नोटबंदी से छोटे कारोबारियों को भारी नुकसान के साथ साथ लाखों लोगों को बैंक के बाहर पुराने नोट बदलने के लिए घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ा था। जिसके वजह से देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी और हर स्तर के लोगों के साथ साथ खासकर छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है।
आपको बताते चलें कि लालू प्रसाद यादव के द्वारा 27 अगस्त को भाजपा भगाओ देश बचाओ नारे के साथ पटना के गांधी मैदान में एक रैली का आयोजन किया गया था जिसमें केंद्र सरकार और भाजपा के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बनाने के खिलाफ लालू प्रसाद यादव अपने नेताओं के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोले थे। वहीं दूसरी बार फिर से लालू प्रसाद यादव केंद्र सरकार की नीति और राज्य सरकार की विफलता को लेकर एक रैली का आयोजन की तैयारी में लगे हुए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि इस राज्यव्यापी रैली के जरिए लालू PMऔर CM को घेरने का काम करेंगे और उनके खिलाफ जमकर हुंकार भरेंगे।
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