माता-पिता और भाई की हो चुकी है मौत, लॉकडाउन के कारण घर में भूखी थीं तीन बहनें तो PMO में किया फोन
भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां लॉकडाउन के कारण घर में फंसी हुई तीन बहनें अपने काम पर नहीं जा पा रही थी, जिसके चलते वो तीन दिनों से भूखी-प्यासी थीं। इसके बाद तीनों बहनों ने पीएमओ के हेल्पलाइन नंबर ( 1800118797 ) पर फोन कर दिया।
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माता-पिता और भाई की हो चुकी है मौत
इसके बाद पीएमओ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन को मामले की जानकारी दी। आनन-फानन में जदगीशपुर के अंचलाधिकारी सोनू भगत पका हुआ खाना और सूखा राहत सामग्री को लेकर उनके पहुंचे फिर तीनों को भरपेट भोजन कराया। जिले के बरारी थाना क्षेत्र के बड़ी खंजरपुर में तीनों बहनें रहती हैं। बड़ी बहन गौरी कुमारी ने बताया कि उनके पिता सनोज रजक की तीन वर्ष पूर्व ट्रेन हादसे में मौत हो गई थी। जबकि मां और भाई की 9 वर्ष पूर्व करंट लगने से मौत हो गई थी।
माता-पिता की मौत के बाद बड़ी बहन पर है जिम्मेदारी
बड़ी बहन ने बताया कि वो कुल चार बहनें हैं, जिसमें से छोटी बहन मौसी के यहां रह रही है। गौरी ने बताया कि माता-पिता की मौत के बाद सभी बहनों की जिम्मेवारी उनके सर पर थी, जिसके चलते आठवीं की पढ़ाई के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और अपने बहन आशा के साथ दूसरों के घरों में काम कर किसी तरह लालन-पालन कर रही हैं। जबकि उनकी तीसरी बहन कुमकुम खंजरपुर मध्य विद्यालय में ही कक्षा 6 में पढ़ रही है।
जिला प्रशासन ने पहुंचाया खाना और राशन
जगदीशपुर के अंचलाधिकारी सोनू भगत ने बताया कि तीनों बहनों ने अखबार के जरिए पीएमओ का हेल्पलाइन नंबर निकाला फिर उस पर मदद के लिए फोन किया था, जिसके बाद पीएमओ से जिला प्रशासन को मिले निर्देश के बाद आधे घंटे के अंदर खाना तैयार कर तीनों बहनों को उपलब्ध कराया गया। साथ ही बहनों को खाने के लिए सूखा राशन दिया गया। उन्होंने बहनों को किसी भी आवशयकता के लिए अपना मोबाइल नम्बर भी दिया है।
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