रैलियों में जनसैलाब को लेकर तेजस्वी ने कहा- चुनाव आयोग को पहले ही सतर्क किया था कि वोटरों का बीमा हो
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी की रैलियां ताबड़तोड़ हो रही हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कोरोना वायरस को लेकर कहा कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। हमने चुनाव आयोग को पहले ही सतर्क करा दिया था कि वोटरों की बीमा कराई जाए। हमने चुनाव आयोग से यह भी कहा था कि अगर कोरोना कंट्रोल में नहीं रहता है तो चुनाव की तारीख बढ़ा दी जाए।
Recommended Video
साथ ही अपनी सभाओं में हो रही भीड़ पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम किसी को सभा में आने से रोक नहीं सकते हैं। लोगों का मन है, तो आ रहे हैं। यह जनसैलाब स्पष्ट बता रहा है कि बदलाव होने जा रहा है। मुख्यमंत्री एक तरफ कहते हैं कि उनके पास पैसा नहीं है, दूसरी तरफ कहते हैं कि बेरोजगारी भत्ता देंगे। बिहार सरकार दो लाख करोड़ के बजट का सिर्फ साठ फिसदी ही खर्च कर पाती है।
इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि लगभग तीस हजार करोड़ साठ घोटालों में गये हैं। वो चाहते हैं कि डॉक्टर, नर्स, इंजीनियर आदि की बहाली न हो। तेजस्वी यादव ने अपनी सभाओं में उमड़ी भीड़ की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किए हैं। भीड़ को देखकर गदगद आरजेडी नेताओं का कहना है कि पार्टी की रैली चाहे सुबह-सुबह हो या फिर दोपहर बाद, रैली चाहे बिहार के किसी भी इलाके में हो, तेजस्वी को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं।
अपनी सभाओं में भीड़ देखकर तेजस्वी यादव भी उत्साहित हैं और पार्टी ने उनकी सभाओं की संख्या बढ़ा दी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक उनकी बात पहुंचाई जा सके। बुधवार को आरजेडी ने बिहार के अलग-अलग इलाकों में उनकी 12 सभाएं रखी हैं। इससे पहले मंगलवार को तेजस्वी यादव ने अपनी एक रैली का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, 'युवा अब जोश में ही नहीं होश में भी है। युवाओं का यह उत्साह, जुनून, प्यार और समर्थन बताता है कि उसे विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, नौकरी और सुनहरा भविष्य चाहिए।'
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, हालांकि रैलियों की इस भीड़ को भाजपा सामान्य मान रही है। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन का इस बारे में कहना है, 'तेजस्वी यादव की जिन रैलियों में भीड़ उमड़ रही है, उनमें से ज्यादातर रैलियां वो हैं, जहां आरजेडी की मजबूत पकड़ है, जहां उनका गढ़ है और पार्टी का परंपरागत वोटर रैलियों में आ रहा है। लेकिन, अगर आप पिछले चुनावों को देखें, तो पाएंगे कि रैलियों की भीड़ का मतदान से कोई लेना-देना नहीं है।'
बिहार विधानसभा चुनाव 2020: भाजपा के घोषणा पत्र पर क्या बोले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव