औरंगाबादः आग की लपटों के बीच थम गई भाई-बहन की सांसें, खाना बनाने के दौरान हुआ हादसा
brother sister died in fire औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद ( aurangabad ) जिले के देव थाना क्षेत्र के पड़रिया टोले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां शुक्रवार की दोपहर को खाना बनाने के दौरान आग लगने ( fire accident ) से भाई-बहन की मौत हो गई। मृतक की पहचान बलराम भुइंया के पुत्र संदीप और पुत्री मूसन कुमारी के रूप में हुई है। घटना की सूचना पुलिस को दी गई है। गांव में हादसे के बाद लोगों की भीड़ जुट गई।

स्थानीय लोगों ने बताया कि बलराम भुइंया के घर में खाना बन रहा था। इसी दौरान फूस के घर में एक चिंगारी से आग लग गई। फिर अचानक धुंआ उठने लगा, जिसको देखकर सभी के होश उड़ गए। देखते-ही-देखते आग बढ़ गई। जान बचाने के लिए लोग बाहर निकलने लगे। इसी दौरान आग की लपटें तेज होता देख बलराम के बेटे और बेटी अंदर ही लपटों में घिर गए। वे जलने के डर से बाहर नहीं निकल रहे थे।
अंदर से वो बचा लेने की लगातार गुहार कर रहे थे। लेकिन लपटों को देखकर किसी की हिम्मत नहीं हुई और फिर जैसे-जैसे लपटें बढ़ती गईं, चिल्लाने की आवाज थमने लगी। स्थानीय लोगों की कोशिश से जबतक आग पर काबू पाया गया, सबकुछ खाक हो चुका था। दोनों भाई-बहन भी जलकर मौत के आगोश में जा चुके थे।
नवादा दम घुटने से पूरा परिवार बेहोश
वहीं नवादा जिले के कौआकोल क्षेत्र के बिझो गांव में शुक्रवार की अहले सुबह एक दर्दनाक घटना घटित हुई, जहां बन्द कमरे में गैस से दम घुटने से एक ही परिवार के सात व्यक्ति बुरी तरह आक्रांत होकर बेहोश हो गए। जबकि एक की बन्द कमरे में ही मौत हो गई।

सभी बेहोश हुए लोगों का इलाज कौआकोल पीएचसी में कराया जा रहा है, जहां सभी की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। बताया जाता है कि बिझो गांव निवासी मोहम्मद मुस्लिम मियां अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बन्द कमरे में अंगीठी जलाकर प्रत्येक दिन की भांति गुरुवार की रात्रि भी सो गया था।
आस पास के लोगों को इसकी चिंता हुई। स्थानीय लोगों ने उनके घर मे प्रवेश कर आवाज दी, तो कोई आवाज नहीं आने पर बन्द कमरे का दरवाजा तोड़कर उसके अंदर सो रहे 58 वर्षीय मोहम्मद मुस्लिम मियां, उनकी 54 वर्षीय पत्नी सजरुल निशा, 30 वर्षीय पुत्र मोहम्मद गुड्डू, 26 वर्षिय जियाउल, 24 वर्षीय अब्दुल कलाम, 22 वर्षीय शोएब अख्तर, 19 वर्षीय समीर एवं 21 वर्षीय पुत्री नाजिया को किसी तरह बंद कमरे से बाहर निकालकर कौआकोल पीएचसी में भर्ती कराया।
जहां चिकित्सकों ने मोहम्मद मुस्लिम मियां को मृत घोषित कर दिया। वहीं अन्य लोगों का इलाज किया जा रहा है। घटना के बाद पीएचसी में स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।