PFI के संदिग्ध आतंकियों ने उगला राज, मार्शल आर्ट के नाम पर देते थे हथियारों की ट्रेनिंग, ऐसे बनाते थे गिरोह
two men suspicious activities, patna news, patna samachar, phulwari sharif, naya tola news, two suspects in police custody, patna police, दो संदिग्ध गिरफ़्तार, फुलवारी शरीफ नया टोला, फुलवारी शरीफ एएसपी मनीष कुमार, बिहार
पटना, 14 जुलाई 2022। बिहार में तीने संदिग्धि आतंकियों को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में सभी संदिग्धों को गिरफ़्तार किया है। घटना की जानकारी देते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि कुल 26 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिनमें से 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बुधवार के दिन दो लोगों को फुलवारी शरीफ के नया टोला से गिरफ़्तार किया गया, जिसमें एक झारखंड पुलिस से सेवानिवृत्तव सब इंस्पेोक्टोर मोहम्माद जलालउद्दीन था और दूसरा अतहर परवेज (सीआईएमआई का पूर्व सदस्यस) था। इसके अलावा एक अन्य की संदिग्ध की गिरफ़्तारी हुई है।
Recommended Video
संभावित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़
एएसपी मनीष कुमार ने कहा कि हम लोग इस तरह की गतिविधियों पर नियमित रूप से चौकन्ने रहते हैं। ऐसे संस्थानों पर नज़र रखते हैं जहां सदिग्ध गतिविधियां होती है। चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा था इसलिए हम लोग ज्यादा सतर्क थे। इसी क्रम में सूचना मिली थी की क बीच हमें इन लोगों के कार्यालय के बारे में पता चला और हमने इसकी बारीकी से जांच शुरू कर दी। बुधवार को चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से कुछ लिंक वाले एक संभावित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
बम विस्फोट मामले में परवेज़ का छोटा भाई गया जेल
झारखंड का सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद जल्लाउद्दीन और स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के एक पूर्व सदस्य अतहर परवेज शामिल है। ग़ौरतलब है कि अतहर परवेज़ पीएफआई और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) का वर्तमान सदस्य भी है। मनीष कुमार ने बताया कि सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद राज्य में 2001-02 में हुए बम विस्फोटों में परवेज का छोटा भाई जेल भी गया था।
धार्मिक हिंसा के लिए स्थानीय लोगों को भड़काया
सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि परवेज ने स्थानीय लोगों को मार्शल आर्ट सिखाने के नाम पर तलवार और चाकुओं का इस्तेमाल करना सिखाया गया। इसके साथ ही छात्रों को धार्मिक हिंसा के लिए भी उकसाया। 6 और 7 जुलाई को भी स्थानीय लोगों को मार्शल आर्ट के नाम पर तलवार और चाकू का उपयोग करना सिखाया गया था। इसके साथ ही परवेज़ ने लाखों रुपये का धन भी जुटाया है। हमारे पास सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ पैसे को लेने देन के सबूत भी हैं।
'संदिग्ध गतिविधियों के बारे में मिली थी जानकारी'
फुलवारी शरीफ के एएसपी मनीष कुमार ने मामले की जानकारी देते बताया कि उन्हें संदिग्धं गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी। पुलिस की टीम ने नया टोला अहमद पैलेस (फुलवारी शरीफ) में छापेमारी की गई। तो वहां मोहम्मीद जलालउद्दीन (झारखंड पुलिस से सेवानिवृत्तद सब इंस्पेिक्टरर) और अतहर परवेज (सीआईएमआई का पूर्व सदस्यम) को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि ये दोनों साथ में मिलकर संगठन चला रहे थे। दोनों अपने संगठन के ज़रिए युवाओं को गुमराह कर रहा था।
कई राज्यों से प्रशिक्षण लेने आते थे छात्र
एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि यहां इन दोनों के पास कई राज्योंो से छात्र प्रशिक्षण लेने के लिए आते थे। इसमे बिहार, केरल, पश्िारेम बंगाल, तमिलनाडु और उत्तकर प्रदेश समेत कई राज्यों से छात्र आते थे। ईडी से भी पूरे मामले की जांच के लिए मदद ली जा रही है। वहीं दोनों जो छात्रों को प्रशिक्षण देते थे उससे मिले पैसे का कहां इस्तेमाल करते थे। पुलिस इसके बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा के नाम पर ट्रेनिंग
पुलिस के मुताबिक दोनों संदिग्ध मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा के नाम पर युवाओं को गुमराह कर रहा था। प्रशिक्षण देने के लिए दोनों ने मकान किराये पर ले रखा था। छात्रों का ब्रेनवाश कर ये लोग धार्मिक उन्मा द फैलाने का काम भी करते थै। दोनों संदिग्धों में से गिरफ्तार व्यक्ति अतहर परवेज सीआईएमआई के साथ पहले काम भी कर चुका है। दोनों के विदेशों से जुड़े कनेक्शफन की भी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस की मानें तो दोनों संदिग्धों के तार कई देशों के साथ जुड़े हैं, इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
ये भी पढ़ें: बिहार: 'हाथी मेरे साथी’ हाथी ने 3 KM तक तैरकर बचाई अपनी और महावत की जान, वीडियो वायरल