बिना गर्दन का पैदा हुआ बच्चा, पीठ से ले रहा था सांस, डॉक्टर नर्स छोड़ कर भागे
बिहार के छपरा जिले में एक महिला ने एक विचित्र बच्चे को जन्म दिया जिसे देख कर के ही लोग घबरा गए क्योंकि इस बच्चे का पीठ फटा था और गर्दन नहीं थे और शरीर में ही उसका सिर जुड़ा हुआ था।
पटना। बिहार के छपरा जिले के एक अस्पताल में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया जब एक महिला ने अजीबो-गरीब कदकाठी और शक्ल के बच्चे को जन्म दिया। बच्चा ऐसा कि जिसे देख खुद उसकी मां जोर-जोर से चिल्लाने लगी तो अस्पताल के डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक भागने लगे। वहीं उसे देखने के लिए आए आसपास के लोगों में से कोई उसे एलियन तो कोई शैतान की संज्ञा दे रहा था।
बच्चे के शरीर में गर्दन ही नहीं थी
इस बच्चे की शारीरिक संरचना आम बच्चों से काफी अलग थी जिसमें न तो गर्दन था न ही पूर्ण रुपेन पीठ। फटा हुआ पीठ से बच्चा सांस ले रहा था। जिसे देख सभी घबरा गए और नर्सिंग होम के डॉक्टर संजू प्रसाद को मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे संजू प्रसाद ने बच्चे को देख कहा कि इस तरह का बच्चा जीवित नहीं रहता है, फिर कुछ ही देर बाद उसकी मौत भी हो गई। बच्चे की मां इस वक्त बिल्कुल स्वस्थ है पर बच्चे की इस विचित्र आकार को लेकर काफी घबराई हुई है।
शरीर में जुड़ा हुआ था सिर
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के छपरा जिले के भगवान बाजार के रहने वाले संतोष कुमार की पत्नी रिता देवी को अचानक कल सुबह पेट में दर्द हुआ जिसके बाद वह नर्सिंग होम में भर्ती हुई। जहां डॉक्टरों ने बताया कि वह मां बनने वाली है जिसके बाद उसके परिजन काफी खुश नजर आ रहे थे। लेकिन घरवालों की सारी खुशी उस वक्त गम में बदल गई जब डॉक्टर संजू प्रसाद की देखरेख में महिला ने एक विचित्र बच्चे को जन्म दिया जिसे देख कर के ही लोग घबरा गए क्योंकि इस बच्चे का पीठ फटा था और गर्दन नहीं थे और शरीर में ही उसका सिर जुड़ा हुआ था।
10 हजार में एक बच्चा होता है ऐसा
होश में आने के बाद बच्चे की मां ने उसे पहली बार देखा तो वह जोर जोर से चिल्लाने लगी। थोड़ी ही देर में इस बच्चे को देखने के लिए अस्पताल में आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। भीड़ में शामिल लोग बच्चे को देख तरह-तरह की बातें कर रहे थे इसी बीच उसकी मौत हो गई। नर्सिंग होम के संचालक डॉक्टर संजू प्रसाद ने बताया कि ऐसे बच्चे का जन्म कभी-कभी देखने को मिलता है। लगभग 10 हजार बच्चों में से एक बच्चा ऐसा होता है। हालांकि वह ज्यादा देर तक जीवित नहीं रहता।