बिहार: डॉक्टरों के बीच तांत्रिक पहुंचा अस्पताल, परिजनों के कहने पर महिला का किया झाड़-फूंक
कैमूर। बिहार के कैमूर जिले का एक अस्पताल कुछ दिनों से सुर्खियों बना हुआ है। भभुआ सदर स्थित यह अस्पताल तथा इसके डॉक्टर भी भूत-पिशाच के अंधविश्वास में पड़ गए। गुरुवार को एक मरीज के परिजनों ने तांत्रिक को अस्पताल में बुलवा लिया और वहीं सबके सामने झाड़-फूंक करवाना शुरू कर दिया। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने इस बात को लेकर रोष प्रकट करते हुई कार्रवाई करने की बात कही है। इलाज तथा झाड़-फूंक के लिए पहुंचे तांत्रिक 500 रुपए के साथ एक बकरी फीस के तौर पर मांगी।
चलिए बताते हैं आपको पूरा मामला, कैमूर जिले के चिनरटोला गांव की रहने वाली महिला आग से बुरी तरह से जल गई थी। यह घटना 5 महीने पहले हुई जिसका इलाज अस्पताल में अबतक चल रहा है। पांच महीने से पत्नी का हालत में सुधार न होता देख महिला के पति को लेगा की महिला पर कोई प्रेतआत्मा का वास है जो उसे ठीक होने नहीं दे रहा है। इसी अंधविश्वास के चक्कर में उसके पति ने झारखंड से एक तांत्रिक को बुलवा लिया। मरीज बेड़ पर पड़ी रही उसी बीच महिला के पति ने तांत्रिकों को अपना काम करन के लिए कहा जिसके बाद तांत्रिकों ने अस्पताल परिसर में ही झांड-फूंक करने शुरु कर दिया।
मरीज के परिजनों का ये तक कहना है कि पहले उनके घर में एक बेटे की मौत हो गई। दूसरी घटना में फिर महिला आग से जल गई। इसी दुर्घटना को परिवारवालों ने आत्मा का वास बताया और अंधविश्वास में पड़ तांत्रिक का सहारा लिया। साथ ही ओझा को फीस के तौर पर 500 रुपए तथा बलि के लिए एक बकरे का दान किया।
अस्पताल के उपाधीक्षक ने इस बारे में कहा कि उन्हें इस बारे में खुद मीडिया से सूचना प्राप्त हुई है। अस्पताल में तांत्रिक का प्रवेश वर्जित है। हम इस अंधविश्वास को लेकर परिजनों को जागरुक करेंगे।
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