बिहार: ठगी के शिकार हुए लोगों ने 'ठग' का किया अपहरण, 20 लाख की मांगी फिरौती
पटना। बिहार में पटना पुलिस के उस समय होश उड़ गए जब बेउर इलाके के एक प्रॉपर्टी डीलर का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया। यह सूचना लेकर अपहृत प्रॉपर्टी डीलर का बेटा बेउर थाना के थानेदार के पास बैठा था। थानाध्यक्ष रंजन ने जब अपहरण और फिरौती की सारी दास्तान सुनी तो इस पर तुरंत अधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद पूरा पुलिस महकमा अपहृत की तलाश में जुट गया। अंततः मनु महाराज की स्पेशल टीम अपहृत प्रॉपर्टी डीलर रामजनम भगत को खोजने में लग गई और तीन दिन बाद उसे पुलिस ने तीन आरोपियों के साथ बरामद कर लिया।
28 मई का हुआ था अपहरण
बताया जाता है कि बेउर के रहने वाले प्रपर्टी डीलर रामजनम भगत को तीन दिन पहले पटना से किडनैप कर लिया गया था। अपने कब्जे में लेने के बाद रामजनम को किडनैपर्स ने नवादा के कौआकोल इलाके में पहाड़ों के बीच छिपाकर रखा था। किडनैपर्स ने रामजनम को छोड़ने के लिए फैमिली वालों से 20 लाख रुपए की फिरौती की डिमांड की थी। फिरौती रकम नहीं देने पर प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर देने की धमकी भी दी थी। किडनैपर्स की दी हुई धमकी से प्रॉपर्टी डीलर के परिजन डरे हुए थे। किडनैपिंग की ये वारदात 28 मई की है।
रामजनम के बेटे रोहित के अनुसार, 28 मई की सुबह उसके पिता घर से निकले थे लेकिन वो वापस लौटकर नहीं आए। रोहित अपने स्तर से पिता की तलाश में जुटा था लेकिन अचानक फिरौती की रकम के लिए 30 मई को किडनैपर्स ने उसके मोबाइल पर कॉल किया। बेटे को डराने के लिए उस दौरान किडनैपर्स ने पिता के साथ मारपीट भी की जिसके बाद रोहित ने बेउर के थानेदार रंजन कुमार से मिलकर पिता के किडनैपिंग की बात बताई। फिर मामला एसएसपी मनु महाराज तक पहुंचा।
पुलिस ने बनाई टीम, तीन को पकड़ा
बगैर किसी देरी के एसएसपी ने सिटी एसपी वेस्ट रविन्द्र कुमार की अगुवाई में टीम बनाई जिसमें फुलवारी शरीफ के एसडीपीओ रमाकांत प्रसाद को शामिल किया गया। एसएसपी ने बताया कि जिस जगह से रामजनम को बरामद किया गया, वो गांव नक्सल प्रभावित है। पिता को किडनैपर्स के चंगुल से छुड़ाने के लिए रोहित लगातार पुलिस टीम के साथ संपर्क में बना रहा। फिरौती की रकम लेने के लिए किडनैपर्स ने रोहित को काफी घुमाया। एक-दो बार नहीं, बल्कि 4 बार जगह में बदलाव किया। कभी रुपए लेकर किडनैपर्स लखीसराय बुलाते तो कभी नवादा बुलाते। किडनैपर्स के खतरनाक मंसूबों को जानने के बाद भी रोहित ने काफी साहस दिखाया। किडनैपिंग के इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें जमुई का आलोक कुमार उर्फ चंदन, नवादा का रविन्द्र यादव उर्फ रवि और राणा प्रताप शामिल हैं।
आरोपियों ने सुनाई चौंकाने वाली कहानी
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलिंग के साथ ही रामजनम रुपए लेकर लोगों की सरकारी नौकरी लगवाने का भी काम करता था। सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर इसने राणा प्रताप के करीबी से करीब ढ़ाई लाख रुपए की ठगी की थी। इसी तरह से इसने नौकरी दिलाने के नाम पर कई दूसरे लोगों को ठगा। ठगी के शिकार हुए लोग अपने रुपए वापस चाहते थे, जो ये दे नहीं रहा था। इसके बाद ही रामजनम को किडनैप करने का प्लान बनाया गया।
28 मई की झांसा देकर किडनैप भी कर लिया गया. बस से गया के रास्ते रामजनम को नवादा ले जाया गया था। रुपए वसूलने के लिए ठगी के शिकार लोगों ने प्रोफेशनल अपराधियों से सांठगांठ कर ली थी. लेकिन इनकी सारी उम्मीदों पर पटना पुलिस ने पानी फेर दिया।
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