बिहार: चिता पर लिटाने से पहले आ गई जान, एक घंटे बाद डॉक्टर ने फिर किया मृत घोषित
गया। आपने आज तक फिल्मों में ही मुर्दो को जिंदा होते देखा और सुना होगा, लेकिन बिहार के गया में चिता पर लिटाने के बाद एक बुर्जग के प्राण लौट आए। आनन-फानन में परिजनों ने स्थानीय चिकित्सक से जांच कराई तो उन्होंने भी सांसें तथा नाड़ी चलने की बात कही। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल रवाना हो गए, जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने पुन: मृत घोषित कर दिया। जिस वक्त ये अचंभा हुआ उस वक्त मृतक को जलाने के लिए काफी संख्या में लोग श्मशान में मौजूद थे। इलाके के लोगों के बीच ये घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार, मामला जिले के चंदौती थाना के कुजापी गांव का है। 80 साल के बुजुर्ग रामकृत प्रसाद की की मौत सोमवार की सुबह 5 बजे हो गई थी। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे। परिजन उन्हें अंतिम संस्कार के लिए 12 बजे विष्णुपद स्थित श्मशान घाट ले गए। यहां अंतिम संस्कार के लिए सारी सामग्री भी आ गई और चिता भी बनकर तैयार हो गई थी। इस दौरान मृत व्यक्ति को उनके परिजन देखने गए तभी परिजनों ने देखा कि उनकी नब्ज चल रही है और वो जिंदा हैं।
एक घंटे बाद फिर हुई मौत
परिजनों ने आनन-फानन में डॉक्टरों को बुलाया और जांच की गई तो पता चला कि वो जीवित हैं। इसके बाद परिजनों ने नारायण मगध मेडिकल ले गए जहां करीब वो एक घंटे जीवित रहने के बाद फिर से मर गए। जांच के बाद मेडिकल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिस वक्त ये अचंभा हुआ उस वक्त मृतक को जलाने के लिए काफी संख्या में लोग श्मशान में मौजूद थे। इलाके के लोगों के बीच ये घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।