125 गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
पटना। मुंगेर जिला में एक तीन साल की बच्ची 125 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई । मुर्गियाचक निवासी उमेश नंदन प्रसाद साव के घर में समरसेबुल के लिए बोरिंग खोदी गई थी, जिसमें मंगलवार को उसी की नतनी सन्नो (3 साल) फिसल कर गिर गई। जिसके बाद परिजनों में कोलाहल मच गया, सभी लोग बच्ची को बोरिंग से बाहर निकालने के प्रयास में जुट गये, लेकिन परिजन जब बच्ची को बाहर निकालने में असफल हो गये।
घटना की सूचना स्थानीय थाना तथा अन्य पदाधिकारियों की दी गयी। जिसके बाद सदर अनुमंडल पदाधिकारी खगेशचंद्र झा, एएसपी हरिशंकर कुमार, बीडीओ डॉ पंकज कुमार तथा कोतवाली व पूरबसराय ओपी पुलिस मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गये। जानकारी के मुताबिक शहर के वीर कुंवर सिंह कॉलोनी दलहट्टा निवासी बैंक कर्मी नचिकेता साव की पुत्री सन्नों एक सप्ताह पूर्व अपने नाना उमेश नंदन प्रसाद साव के घर मुर्गियाचक आयी थी। दो दिनों से उमेश नंदन के घर में समरसिबल लगाने का काम चल रहा था।
मंगलवार की दोपहर बोरिंग में केसिन डाल कर ग्रेबुल डाला जा रहा था।इसी दौरान सन्नो खेलते हुए आयी और फिसल कर केसिन के बगल से बोरिंग में गिर गयी। वहां पर काम कर रहे कारीगरों का कहना था कि बोरिंग के लिए 225 फुट डीप किया गया है, जिसमें लगभग 125 फुट तक ग्रेबुल भी डाल जा चुका था, तभी बच्ची उस बोरिंग में गिर गयी। बच्ची को बाहर निकालने के लिए कई बार बोरिंग के भीतर रस्सी डाली गई, लेकिन रस्सी पकड़ने पर जब बच्ची को उपर की ओर खींचा जाता था तो वह कुछ ही दूर पर आकर फंस जाती थी और रस्सी से उसका हाथ छूट जाता था।
जब सभी लोग थक हार गये तब बगल से गड्ढ़ा खोदकर बच्ची को बाहर निकालने के लिए जेसीबी मंगाया गया. वहीं बोरिंग के भीतर ऑक्सीजन का सप्लाई देने के लिए सदर अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाया गया. फिलहाल बच्ची को बोरिंग से बाहर निकालने के लिए रेशक्यू जारी है। डॉ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पल पल मोनेर्टरिंग कर रहे हैं और उनके मुताबिक बच्ची सुरक्षित है।वही मुंगेर कमीशनर ने कहा भागलपुर और खगरिया जिला से एसडीआरएफ की टीम पहुंच रही है