ओडिशा सरकार ने केंदुपत्ता कर्मचारियों के लिए की बोनस और आर्थिक सहायता की घोषणा
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने राज्य में केंदुपत्ता तोड़ने वाले कर्मचारियों को बोनस एवं अन्य सहायता राशि देने की घोषणा की है। सरकार की तरफ से इस राशि की जानकारी 92.37 करोड़ रुपए बताई गई है। इसमें से बोनस का अमाउंट 59.78 करोड़ रुपया रखा गया है। इसके अलावा सरकार ने केंदुपत्र कर्मचारी की मृत्यु होने या फिर शारीरिक अपंग होने पर अब 1 लाख के बदले 2 लाख रुपए की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ये घोषणाएं मंगलवार को केंदुपत्र कल्याण बोर्ड के साथ हुई मीटिंग में की। इस मीटिंग की अध्यक्षता मुख्यमंत्री ही कर रहे थे। आपको बता दें कि सरकार की तरफ से दी जाने वाली इस आर्थिक सहायता में साल 2014 में ओडिशा सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए केंदुपत्ता व्यवसाय से होने वाले लाभांश में केंदुपत्ता तोड़ने वालों को भी शामिल किया है। कोरोना महामारी के समय भी विभाग ने 60 लाख से अधिक कर्म दिवस बनाया। इससे 7 लाख 54 हजार 631 केंदुपत्र तोड़ने वालों को लाभ हुआ है। 2020 में इसके बाबत 250 करोड़ रूपया सीधे तौर पर हिताधिकारियों के खाते में जमा करा दिया गया है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में जंगल एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री विक्रम केसरी आरूख, इस्पात एवं खदान मंत्री प्रफुल्ल कुमार मलिक, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (केंदुपत्र) प्रभाकर बेहेरा, जंगल एवं पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मोना शर्मा प्रमुख ने अपने अपने विचार रखे।