मध्यप्रदेश : संतों व पुजारियों का मानदेय तीन गुना बढ़ा, नदियों को बचाने के लिए बनेगा ट्रस्ट
Bhopal News, भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किए जाने के बाद एक और वादा पूरा कर दिया है। किसानों के बाद अब पुजारियों को राहत प्रदान की गई है। एमपी की कमलनाथ सरकार ने संतों व पुजारियों का मानदेय तीन गुना बढ़ाया गया है। बढ़ा हुआ मानदेय एक जनवरी 2019 से मिलेगा।
बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 से पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में संतों व पुजारियों का मानदेय बढ़ाने का वादा किया था, जो अब पूरा कर दिया गया है। भोपाल में धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री पी सी शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि प्रदेश भर के तमाम संतों और पुजारियों को अब तीन गुना मानदेय मिलेगा। जिन पुजारियों के पास पांच एकड़ जमीन का मंदिर है, उन्हें अब 700 की जगह 2100 और 10 एकड़ जमीन वाले पुजारियों का मानदेय 520 की जगह 1560 रुपए मिलेगा।
मानदेय बढ़ाने के साथ ही लिया ये फैसला
बड़े मंदिरों में गोशाला बनाई जाएगी, ताकि लोग भगवान के दर्शन के साथ ही गायों की भी सेवा कर सकें। इसके अलावा सरकार एक और बड़ा फैसला लेने जा रही है। प्रदेश की पवित्र नदियों को बचाने के लिए जल्द ही ट्रस्ट बनाया जाएगा। मां नर्मदा न्यास अधिनियम का गठन होगा, जो स्वतंत्र वॉडी के रूप में काम करेगा।
नदियों में रेत की अवैध खुदाई, स्वच्छता सहित तमाम समस्याएं हल की जाएंगी। प्रदेश की चार प्रमुख नदियों नर्मदा, क्षिप्रा, ताप्ती, बेतवा की स्थिति चिंता जनक है। नदियों की स्थिति बेहतर करने के लिए न्यास काम करेगा। प्रदेश के बुज़ुर्गों को प्रयागराज में कुंभ यात्रा कराने का एलान सरकार पहले ही कर चुकी है। 3500 से ज्यादा तीर्थयात्रियों को सरकार अपने खर्च पर कुंभ यात्रा कराएगी। वहां उनके लिए इंफॉर्मेशन सेंटर भी बनाया गया है।