SRK यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को फर्जी सर्टिफिकेट मामले में किया गया गिरफ्तार
हैदराबाद, 19 मई। सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को फर्जी सर्टिफिकेट घोटाले के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। फरवरी माह में फर्जी सर्टिफिकेट से जुड़े चार केस दर्ज किए गएते। ये केस मलकपेट पुलिस स्टेशन, आसिफ नगर पुलिस स्टेशन, मुशिराबाद पुलिस स्टेशन, चारघाट पुलिस स्टेशन में कुछ शैक्षणिक एजेंट्स के खिलाफ दर्ज किए गए थे। पुलिस ने भोपाल स्थित यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट के लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया था, इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने जरूरतमंत छात्रों को बिना किसी परीक्षा और उपस्थिति के ही सर्टिफिकेट मुहैया कराए। पुलिस ने बताया कि सभी मामले स्पेशल इन्वेस्टिगशन टीम को सौंप दिए गए हैं, जिससे मामले की बेहतर जांच हो सके।
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असिस्टैंट कमिश्नर एआर श्रीनिवास ने बताया कि एसआरके यूनिवर्सिटी ने कुल 101 सर्टिफिकेट छात्रों को जारी किए हैं, इसमे से 44 सर्टिफिकेट को छात्रों के पास से सीज कर लिया गया है। 44 में से 13 छात्र बीटेक और बीई कोर्स के हैं और बाकी के 31 छात्र अलग-अलग कोर्स के हैं, जिन्हें एमबीए, बीएससी जैसे सर्टिफिकेट दिए गए हैं। इंचार्ज वाइस चांसलर डॉक्टर सुनील कपूर को अग्रिम जमानत मिल गई है और एक सहायक प्रोफेसर केतन सिंह व सात अन्य एजेंट्स जोकि हैदराबाद के अलग-अलग शिक्षण संस्थान से जुड़े हैं उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही कुल 19 छात्रों को भी गिरफ्तार किया गया है। 6 छात्रों के माता-पिता को जमानत मिल गई है। 6 छात्रों के माता-पिता को सेक्शन 41ए के तहत नोटिस जारी किया गया है।
श्रीनिवास ने बताया कि मंगलवार को हमारी एक टीम एसआरके यूनिवर्सिटी भोपाल गई थी और यहां एक आरोपी डॉक्टर एम प्रशांत पाटिल को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही मौजूदा वाइस चांसलर, डॉक्टर एसएस कुशवाहा, रिटायर्ड वाइस चांसलर को भी गिरफ्तार किया गया, उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया गया। बाकी के आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है, जिन्होंने छात्रों को फर्जी सर्टिफिकेट बांटे हैं।