मध्य प्रदेश कैबिनेट का विस्तार आज, शिवराज सरकार में 28 मंत्री लेंगे शपथ
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पहले मंत्री मंडल का विस्तार 2 जुलाई दिन गुरुवार को होने जा रहा हैं। आधिकारी जानकारी के मुताबिक, प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गुरुवार की सुबह 11 बजे यहां राजभवन में नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवराज सिंह चौहान के मंत्री मंडल में इस बार कई दिग्गजों को मंत्रिमंडल से बाहर कर नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। बस अब से कुछ देर बाद शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। इस विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से 9 और कांग्रेस से भाजपा में आए तीन चेहरों समेत भाजपा के 16 विधायकों को जगह मिल सकती है।
Recommended Video
23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार ली थी शपथ
दरअसल, सिंधिया समर्थक छह मंत्रियों समेत 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। 22 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद 20 मार्च को कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा था और 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिर गई थी। 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। और कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच 29 दिन तक अकेले ही सरकार चलाते रहे। इसके 28 दिन बाद 5 मंत्रियों वाली मिनी कैबिनेट ने 21 अप्रैल को शपथ ली थी, जिनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट एवं गोविन्द सिंह राजपूत शामिल हैं।
'मंथन से अमृत निकलता है, विष शिव पी जाते हैं...'
शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को नई कैबिनेट में मंत्रियों के नामों को लेकर आ रही खींचतान की खबरों पर बुधवार को मीडिया के सवाल पर कहा कि, 'जब भी मंथन होता है, अमृत निकलता है। अमृत तो बंट जाता है, लेकिन विष शिव पी जाते हैं।' दरअसल, मंत्रिमंडल में किसको शामिल करें, किसको नहीं इसको लेकर सीएम शिवराज ने दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड़्डा समेत अन्य नेताओं से मुलाकात की थी लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी तो वो भोपाल लौट गए थे। ऐसा कहा जा रहा था कि मंगलवार या बुधवार तक नए मंत्रियों को शपथ दिला दी जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
ज्योतिरादित्य सिंधिया से राजनीतिक रस्साकशी
ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में समर्थक विधायकों के साथ शामिल हुए कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ तालमेल न बैठ पाने की वजह से मंत्रिमंडल विस्तार अभी तक नहीं हो पाया। सीएम शिवराज के मंत्रिमंडल विस्तार के ऐलान से अब लगता है कि शिवराज और सिंधिया के बीच खींचतान से उपजी समस्या को सुलझा लिया गया है। जो भी मंत्रिमंडल की नई रूपरेखा बनने वाली है उससे सीएम शिवराज खुश नहीं नजर आ रहे हैं।
ऐसी होगी शिवराज कैबिनेट
पार्टी सूत्रों का कहना है कि पूर्व में यह विचार था कि मंत्रिमंडल की संख्या सीमित रखी जाए, लेकिन 28 मंत्री बनाए जाने और पांच मंत्री पहले से होने के बाद अब मंत्रिमंडल में सिर्फ एक पद ही रिक्त रहेगा। मप्र में विधानसभा सीटों के लिहाज से मुख्यमंत्री के साथ 34 मंत्री ही बनाए जा सकते हैं। ऐसे में भाजपा के 16, इनमें 7 पुराने और 9 नए चेहरों को मिलेगा मौका...
1- गोपाल भार्गव, 2- भूपेंद्र सिंह, 3- यशोधरा राजे सिंधिया, 4- विजय शाह, 5- जगदीश देवड़ा, 6- बृजेंद्र प्रताप सिंह, 7- विश्वास सारंग, 8- प्रेम सिंह पटेल, 9- इंदर सिंह परमार, 10- उषा ठाकुर, 11- ओमप्रकाश सकलेचा, 12- भारत सिंह कुशवाह, 13- रामकिशोर कावरे, 14- मोहन यादव, 15- अरविंद भदौरिया, 16- रामखेलावन पटेल।
सिंधिया
खेमे
से
9
और
कांग्रेस
से
भाजपा
में
आए
3
मंत्री
बनेंगे
1-
महेंद्र
सिंह
सिसोदिया,
2-
प्रभु
राम
चौधरी,
3-
प्रदुम
सिंह
तोमर,
4-
इमरती
देवी,
5-
राजवर्धन
सिंह,
6-
ओपीएस
भदौरिया,
7-
गिर्राज
दंडोतिया,
8-
सुरेश
धाकड़,
9-
बृजेंद्र
सिंह
यादव।
ये भी पढ़ें:- सीएम शिवराज ने किया कैबिनेट विस्तार का ऐलान, गुरुवार को नए मंत्री लेंगे पद की शपथ