Satna: देश के लिए सिर-छाती में खाई थी गोली, शहीद कर्णवीर की याद में रिटायर सूबेदार बनवाएंगे अस्पताल
सतना, 16 अगस्त। कश्मीर के शोपियां में 2 आतंकियों को ढेर करने के बाद शहीद हुए देवमऊ दलदल के लाल कर्णवीर सिंह की याद में उनके पिता सूबेदार अस्पताल भवन बनवाएंगे ताकि ग्रामीणों को समुचित इलाज मिल सके। वर्तमान समय में गांव में अस्पताल न होने की वजह से लोगों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ता है। बताते चलें कि शहीद कर्णवीर सिंह पिछले वर्ष कश्मीर के शोपिया में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। उनके पिता रवि कुमार सिंह रिटायर्ड सूबेदार हैं।
पिता बोले मां का रो-रोकर बुरा हाल
बहादुर बेटे कर्णसिंह की बात करते ही उनकी आंखें भर आती हैं। आगे बताया कि खुद को तो संभालत लेता हूं, लेकिन उसकी मां मिथलेश को समझाना मुश्किल होता है। कर्ण के बिना हर तीज-त्योहार उसके अधूरे हैं। 1 दिन भी ऐसा नहीं होता जब कर्ण का याद न करे। रिटायर्ड सूबेदार रवि सिंह ने बताया कि बेटे को खोने का गम तो जीवन भर रहेगा, लेकिन मुझे गर्व है कि बेटा मेरा सिर गर्व से ऊंचा कर गया। बेटे की शहादत आसपास के लोगों में देश भक्ति का जज्बा जगाती रहे, इसके लिए प्रयास करते रहेंगे। बता दें कि कर्णवीर को वीरता के लिए भारत सरकार ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मरणोपरांत शौर्य चक्र से देने की घोषणा किया है।
2 आतंकियों को ढेर कर हुए शहीद
सतना जिले के रामपुर बाघेलान के ग्राम पंचायत देवमऊ दलदल निवासी कर्णवीर 26 वर्ष की उम्र में शहीद हो गए। पिता को आदर्श मानते थे। उनकी प्रेरणा से ही सन 2017 में सेना में भर्ती हुए। 21 राजपूत रेजिमेंट 44RR में तैनात जवान कर्णवीर भी साथी सैनिकों के साथ मोर्चा संभाले हुए थे। तभी 19/20 अक्टूबर की दरम्यानी रात कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों से मुठभेड़ शुरु हो गई। कर्ण आतंकियों को मुंह-तोड़ जवाब दे रहे थे, लेकिन सुबह 4 बजे आतंकियों की 1 गोली उनके सिर और दूसरी सीने में जा घुसी।
जन्मदिन दिन हुए थे शहीद
ये भी इत्तेफाक है कि जिस दिन शहीद कर्णवीर की शहादत की खबर आई, उसी दिन तिथि के अनुसार उनका जन्म दिन भी था। हालांकि उनका जन्म 28 नवंबर सन 1998 को हुआ था। उस दिन भी शरद पूर्णिमा ही थी। कर्णवीर की प्रारम्भिक शिक्षा गांव हटिया में अपनी मौसी के यहां हुई थी। सैनिक स्कूल रीवा में उनका दाखिला हुआ। वे महू के सैनिक स्कूल में भी पढ़े। उनका सेलेक्शन भी महू से ही हुआ।
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