मध्य प्रदेश की सबसे कम उम्र की सरपंच बनीं रागिनी पटेल, उम्र है सिर्फ 21 साल
सतना, 2 जुलाई: कौन कहता है कि आसमान में सुराख हो नहीं सकता बशर्ते एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों। जिले के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मे इस बार ऐसा ही कुछ हुआ है जिसमें ग्राम वासियों ने कद्दावर नहीं बल्कि एक ऐसी युवा को सरपंच की जिम्मेदारी सौंपी है, जो कि वादे नहीं बल्कि गांव का विकास करना चाहती है। शुक्रवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव दूसरे चरण के नतीजे सामने आए। जिसमें सतना जिले की जनपद पंचायत अमरपाटन के ग्राम पंचायत झिरिया कोपरिहान मे सबसे कम उम्र 21 वर्ष की रागिनी पटेल पर भरोसा जताकर उसे जीत का ताज पहनाया है। जबकि यह ग्राम पंचायत सामान्य महिला के लिए आरक्षित थी जिसके लिए रागिनी पटेल सहित कुल 6 प्रत्याशी में से एक हरिजन एक पिछड़ा उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे। प्रचार प्रसार के दौरान सभी प्रत्याशियों ने बड़े-बड़े वादे किए और मन लुभावनी योजनाओं की बात की और घोषणा पत्र जारी किए। लेकिन क्षेत्र के मतदाताओं ने अपना आशीर्वाद शिक्षित रागिनी पटेल को वोट देकर अपना सरपंच बना दिया है।
Recommended Video
ग्रामवासियों ने मनाई जीत की खुशी
सरपंच का परिणाम आते ही ढोल ढमाकों के साथ झिरिया कोपरिहान के ग्रामवासियों ने रागिनी की जीत का जश्न मनाया और विजयी जुलूस भी निकाला। क्योंकि जितनी मेहनत रागिनी ने खुद चुनाव जीतने के लिए की थी, उससे कहीं ज्यादा मेहनत ग्रामवासी युवा, महिलाएं सरपंच को विजय श्री दिलाने के लिए कर रहे थे। ग्रामीणों ने ढोल ढमाकों के साथ गांव की बेटी का स्वागत किया।
रागिनी ने बताई अपनी प्राथमिकता
जीत के बाद चर्चा करते हुए रागिनी ने बताया कि गांव के विकास के लिए काम करना है। जब सरपंच के लिए पंचायत में सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षण हुआ, तभी मैंने लक्ष्य बना लिया था कि चुनाव लड़कर गांव की समस्या दूर करुंगी। अब यह सपना साकार हो गया है। गांव की हर समस्या को दूर करना और ग्रामवासियों को शासन की सभी योजनाओं का जाभ दिलवाना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी।