भोपाल में जल संकट को लेकर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अधिकारियों को लगाई फटकार
पिछले कई दिनों से राजधानी भोपाल में लोग पीने के पानी को लेकर परेशान है। कई दिनों से शहर के ज्यादातर इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है, इसी को लेकर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की और जमकर फटकार
भोपाल,18 मई। मध्यप्रदेश में आगामी 2023 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नगर निगम और पंचायत चुनाव को अहम माना जा रहा है। ऐसे में सभी पार्टियां पंचायत और निकाय चुनाव को लेकर तैयारियों में लग गई हैं। खास तौर पर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी स्थानीय मुद्दों को लेकर कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है।
इसी क्रम में नगरीय विकास एवं आवास और भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह(Bhuppendra Siingh) ने मंगलवार को भोपाल की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पानी की किस टंकी से किस समय जल आपूर्ति होगी, इसकी जानकारी के साथ ही कार्य से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों के नाम और मोबाइल नंबर सार्वजनिक करें। यह अधिकारी-कर्मचारी जन-प्रतिनिधियों एवं नागरिकों का फोन जल्द उठाएं।
मंत्री सिंह ने कहा कि पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि नीलबड़, गोरेगाँव और सूरज नगर क्षेत्र में भी पेयजल की आपूर्ति प्रतिदिन की जाए। अभी इन क्षेत्रों में एक दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है।
कमिश्नर नगर निगम भोपाल के.व्ही.एस. चौधरी कोलसानी ने बताया कि कोलार डेम से आने वाली सीमेंट पाइप लाइन वर्ष 1990 की है। इसमें बार-बार प्रेशर के कारण लीकेज हो जाता था। अमृत परियोजना में नई स्टील पाइप लाइन डाली गई है, जो सीमेंट कोटिंग के साथ 1650 एम.एम. की है। पुरानी पाइप लाइन 1500 एम.एम. की सीमेंट की थी। उन्होंने बताया कि पहले जो टंकी 6 से 7 घंटे में भरती थी, अब वह 3 घंटे में भर रही है। पीजीबीटी, नारियल खेड़ा और काजी केम्प के क्षेत्रों में भी अब समय पर पानी की टंकी भर जायेंगी। कोलसानी ने बताया कि मटमैले पानी की समस्या एक-दो दिन में समाप्त हो जायेगी।
बैठक में कलेक्टर भोपाल अविनाश लवानिया और अपर आयुक्त नगर निगम सुश्री ऋजु बाफना भी उपस्थित थी।
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