अपने घर जाने के लिए महाराष्ट्र से साइकिल पर निकला शख्स, 350 किलोमीटर चला और फिर तोड़ दिया दम
भोपाल। कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए देश में पिछले 25 मार्च से लॉकडाउन लगा हुआ है, जो अब 17 मई तक चलेगा। इस दौरान दूसरे प्रदेश में फंसे प्रवासी मजदूर साइकिल या पैदल ही हजारों किलोमीटर का सफर तय कर घर लौटने लगे है। इस बीच महाराष्ट्र से साइकिल से चले एक प्रवासी मजदूर की मध्यप्रदेश के बड़वानी में शुक्रवार को मौत हो गई। मृतक का नाम तबरक अंसारी है, वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला था।
महाराष्ट्र के भिवंडी से दो दिन पहले तबरक अंसारी 10 अन्य मजदूर के साथ उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुए थे। उनमें से एक ने बताया कि लॉकडाउन में कामकाज छूटने की वजह से पैसे और खाने की व्यवस्था नहीं थी। साइकिल से महाराजगंज स्थित घर लौटने का फैसला लिया। 350 किमी दूरी तय करने के बाद अंसारी चक्कर खाकर सड़क पर गिर गया और उसकी मौत हो गई। वहीं, पुलिस की मानें तो ज्यादा थकान, गर्मी और शरीर में पानी की कमी होने की वजह से अंसारी की मौत हो गई। मौत की वजह पोस्टमॉर्टम के बाद पता चलेगी।
बड़वानी
में
11
दिन
में
प्रवासी
मजदूर
की
मौत
का
तीसरा
मामला
मध्यप्रदेश
का
बड़वानी
जिला
महाराष्ट्र
की
सीमा
से
लगता
है।
यहां
28
अप्रैल
को
45
साल
के
मजदूर
की
चैकपोस्ट
पार
करते
वक्त
मौत
हो
गई
थी।
इससे
पहले
21
अप्रैल
को
उत्तर
प्रदेश
के
श्रावस्ती
जिले
के
मजदूर
ने
दम
तोड़
दिया
था।
वह
पैदल
ही
लौट
रहा
था।
सरकार
प्रवासियों
को
भेजने
के
इंतजाम
कर
रही
केंद्र
ने
सभी
राज्य
सरकारों
से
कहा
है
कि
प्रवासी
मजदूरों
को
उनके
घर
पहुंचाने
के
लिए
बसों
की
व्यवस्था
की
जाए।
प्रवासी
मजदूरों
और
छात्रों
के
लिए
विशेष
ट्रेनें
भी
चलाई
जा
रही
हैं।
सरकार
ने
लॉकडाउन
17
मई
तक
बढ़ा
दिया
है
लेकिन,
ऑरेंज
और
ग्रीन
जोन
वाले
इलाकों
में
कई
छूट
दी
गई
हैं।