डिवोर्स के बाद दंपती ने की दोबारा शादी,1 साल बाद फिर आ गई तलाक की नौबत,पति ने भाई वेलफेयर सोसाइटी से मांगी मदद
तलाक हो जाने के बाद दोबारा शादी करने का पहली बार ऐसा मामला सामने आया है। जहां दंपत्ति "शादी" के बाद कई सालों तक साथ रहे। बच्चे भी हुए और उसके बाद तलाक हो गया,लेकिन उन्होंने फिर से शादी कर ली। अब एक साल बाद फिर से तलाक की
शादी के बाद विवाद होने पर अक्सर लोगों के तलाक हो जाते है। कोई नए साथी के साथ शादी करके घर बसा लेता है तो कोई अकेले रहकर ही जीवन गुजार देता है। लेकिन तलाक हो जाने के बाद दोबारा शादी करने का पहली बार ऐसा मामला सामने आया है। जहां दंपत्ति "शादी" के बाद कई सालों तक साथ रहे। बच्चे भी हुए और उसके बाद तलाक हो गया,लेकिन उन्होंने फिर से शादी कर ली। अब एक साल बाद फिर से तलाक की नौबत आ गई। पत्नी का आरोप है कि पति उसे खर्चा नहीं देता और कई चीजों के लिए मना करता है। जबकि पति की शिकायत है कि पत्नी उसके बच्चों के साथ मारपीट करती है। उसे परेशान करती है और मैरिटल रेप में फंसाने की धमकी देती है। दोबारा तलाक की अर्जी लगाने पर पति ने भाई वेलफेयर सोसाइटी से विधिक सहायता मांगी है।
2009 में हुई शादी 2019 में हो गया तलाक
भाई संस्था के फाउंडर मेंबर जकी अहमद ने बताया कि साल 2009 में इस कपल की शादी हुई थी। दोनों की एक बेटी और एक बेटा है। साल 2016 तक सब ठीक रहा है, लेकिन फिर दंपती के बीच झगड़े शुरू हो गए। विवाद इतना बढ़ गया कि 20 फरवरी 2019 में आपसी सहमति के बाद दोनों के बीच तलाक हो गया। बेटी की कस्टडी मां को मिली वही बेटे ने पिता के साथ रहने पर सहमति जता दी।
पत्नी के माफी मांगने के बाद दोबारा हुई शादी
जकी अहमद को पति ने बताया कि तलाक हो जाने के बाद एक दिन उसकी पत्नी बच्चे से मिलने के बहाने घर पर आई और उसने पहले की गलतियों को लेकर पति से लिखित में माफी मांगी। पति ने भी बच्चों के खातिर उसे माफ कर दिया। इसके बाद 2021 में दोनों के बीच सहमति से आर्य समाज मंदिर में दोबारा शादी हो गई। कुछ महीने तो सब कुछ ठीक रहा लेकिन उसके बाद फिर उसकी पत्नी बच्चों को मारने लगी। जिससे उन दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया और मामला कोर्ट पहुंच गया।
पति ने कोर्ट में भरण-पोषण के लिए दिया आवेदन
जकी अहमद ने बताया कि मामला कोर्ट पहुंच गया काउंसलिंग के बाद दोनों को समझाइश भी दी गई। लेकिन पत्नी भरण पोषण की मांग कर रही है। जिसके बाद पति ने भाई वेलफेयर सोसाइटी से कानूनी मदद मांगी है। पति ने बताया कि मामले में महिला के आवेदन वापस लेने और बच्चों के भविष्य के लिए साथ रहने के संबंध में काउंसलिंग दी जा रही है। अभी तक दो बार 3 घंटे की काउंसलिंग हो चुकी है।
भाई वेलफेयर सोसाइटी क्या काम करती है ?
भाई वेलफेयर सोसाइटी एक NGO है, जो कि पुरुषों के अधिकारों के संरक्षण हेतु प्रदेश ही नही पूरे देश में काम कर रहा है। जहां हेल्पलाइन नंबर पर पीड़ित पुरुषों के कॉल आने पर उन्हें उचित परामर्श एवं कानूनी सहायता निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। हाल ही में ये सोसाइटी उस समय चर्चा में आई,जब तलाकशुदा पति के डिवोर्स पार्टी का आयोजन होने वाला था। 18 सितंबर को पति, पत्नियों से अलग होने की खुशी को सेलिब्रेट करने वाले थे। लेकिन हिंदू संगठनों के विरोध के चलते सोसाइटी को इस आयोजन को रद्द करना पड़ा।
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