MP: सतना में बाढ़ से त्राहि-त्राहि, घरों में घुसा पानी, छत पर रह रहे लोग
भोपाल। मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में बीते 4 जुलाई से लगातार बारिश हो रही है। बारिश से नदी-नालों में पानी का स्तर बढ़ गया है। इससे सतना और सागर शहरों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। सतना में बुधवार सुबह से शाम तक 245 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। आलम ये है कि घरों में बारिश का पानी पहुंच चुका है और लोग छतों पर रहने को मजबूर हैं।
बाढ़ आने की आशंका हो या नहीं, ये इंतेजाम जरूर कर लें
जानकारी के मुताबिक सतना जिले में लो प्रेशर जोन बना है। यहां भी भारी बारिश की वजय से अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं मध्यप्रदेश के सागर में एक नाले में तीन लोगों के बहने की खबर है। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
बाढ़ से असम और यूपी भी प्रभावित
असम के सात जिलों में बाढ़ की वजह से तकरीबन 90,000 लोग प्रभावित हुए हैं। लोकल एडमिस्ट्रेशन के मुताबिक, लखीमपुर, धेमाजी, नौगांव, जोरहाट, गोलाघाट, मौरीगांव और बिश्वनाथ जिलों में 88,000 से ज्यादा लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं।
वहीं ब्रह्मपुत्र नदी सोनितपुर जिले के तेजपुर, जोरहाट के नेमतीघाट, लखीमपुर के बड़ातीघाट के सुबंसिरी, शिवसागर के दिखे, गोलाघाट शहर के धनसिरी, गोलाघाट के नुमालिगढ़ और सोनितपुर के एनटी रोड क्रॉसिंग के जिया भराली में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। प्रशासन ने लखीमपुर जिले में सात राहत कैम्प भी खोले हैं। बाढ़ की वजह से इन जिलों में 6,000 हेक्टेयर से ज्यादा की फसल बर्बाद हो गई।