मध्य प्रदेश कांग्रेस की MLA सुमित्रा कासडेकर ने दिया इस्तीफा, 6 दिन में क्यों हुआ मोहभंग?
कांग्रेस की सुमित्रा कासडेकर ने छोड़ी विधायक, ढहाया था BJP का 20 साल पुराना गढ़, 6 दिन में क्यों हुआ मोहभंग?
भोपाल। राजस्थान कांग्रेस में सियासी घमासान मचा हुआ है। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार की तर्ज पर अशोक गहलोत पर संकट है। एमपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया तो राजस्थान में सचिन पायलट बगावत पर हैं। इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस विधानसभा उपचुनाव से पहले एक और झटका लगा है।
अब कांग्रेस विधायकों की संख्या रह गई 90
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार मध्य प्रदेश के नेपानगर से विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर ने विधानसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। विधायक कासडेकर ने प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को अपना इस्तीफा दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर के इस्तीफा दिए जाने के बाद अब मध्य प्रदेश विधानसभा के सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या 90 रह गई है। मध्य प्रदेश में अब विधानसभा की 26 सीटें खाली हो गई है।
ढहाया था भाजपा का किला
सुमित्रा जिस नेपानगर विधानसभा सीट से विधायक थीं उस पर पिछले 20 वर्षों से भाजपा का कब्जा था। 2018 के विधानसभा चुनाव में सुमित्रा ने भाजपा की मंजू दादू को 1264 मतों से हराकर यह सीट कांग्रेस के खाते में डाली थीं। वर्ष 1998 के बाद कांग्रेस की इस सीट पर पहली जीत थी। नेपानगर विधानसभा सीट बुरहानपुर जिले में आती है। आदिवासी बाहुल्य यह विधानसभा सीट एसटी वर्ग के लिए आरक्षित है।
छह दिन पहले बैठक में हुईं शामिल
विधायक पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस को झटका देने वाली सुमित्रा देवी कासडेकर को लेकर पार्टी हैरान है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी समझ नहीं आ रहा है कि आखिर बिना किसी नाराजगी के सुमित्रा ने विधायकी से इस्तीफा क्यों दिया? दरअसल 6 दिन पहले यानी 11 जुलाई को मध्य प्रदेश कांग्रेस की आईटी सेल को मजबूत करने के लिए बुरहानपुर जिला मुख्यालय पर कांग्रेस के संवाद कार्यक्रम हुआ था। इसमें मध्य प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी मृणाल पंत शामिल हुए थे। इसी कार्यक्रम में सुमित्रा देवी ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा था।
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सिंधिया पर साधा था निशाना
इतना ही नहीं उन्होंने इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा था, 'हमें तो अपनों ने लूटा गैरों में कहां दम था, हमारी कश्ती वहां डूबी जहां पानी भी कम था।' सुमित्रा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कहा था कि 'आप चिंता न करें अगले तीन चार महीने में फिर से हमारी सरकार बनेगी. फिर कमलनाथ आएंगे और शिवराज जाएंगे।' अब मध्य प्रदेश कांग्रेस नेताओं को यही सवाल परेशान किए हुए है कि बीते 6 दिनों में ऐसा क्या हुआ जो सुमित्रा कासडेकर का पार्टी से मोह भंग हो गया?
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