एक दूल्हे की दो दुल्हन : एक प्रेमिका, दूसरी घर वालों ने ढूंढी, दोनों से एक साथ की शादी
बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी के गांव केरिया में अनूठी शादी हुई है। एक मंडप, एक साथ फेरे और एक ही दूल्हा, मगर दुल्हन दो। एक लड़के की दो लड़कियों के साथ शादी होना कोई इत्तेफाक नहीं बल्कि इसके पीछे मोहब्बत, परिवार और सामाजिक दबाव की कहानी है।
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पढ़ाई के दौरान करने लगा था युवती से प्यार
जानकारी के अनुसार बैतूल जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर गांव केरिया का आदिवासी युवक संदीप उईके भोपाल में रहकर पढ़ाई किया करता था। इसी दौरान होशंगाबाद की रहने वाली युवती से संदीप प्यार करने लगा। उधर, घर वालों ने संदीप के लिए रिश्ता देखना शुरू कर दिया और उसकी बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील के गांव कोयलारी की युवती के साथ सगाई कर दी गई। कुछ दिन बाद शादी भी तय कर दी।
प्रेमिका से शादी करने पर अड़ा था युवक
इस पर संदीप ने अपने प्रेम प्रंसग के बारे में घर वालों को बताया और अपनी प्रेमिका से शादी करने की इच्छा जताई। इस बात को लेकर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि संदीप, उसकी प्रेमिका और मंगेतर के परिवार को एकत्रित कर समाज के लोगों ने पंचायत बुलाई।
8 जुलाई को हुई तीनों की शादी
मीडिया की खबरों की मानें तो पंचायत में दोनों युवतियों ने संदीप के साथ शादी करने को तैयार हो गईं। ऐसे में पंचायत में निर्णय लिया गया कि यदि दोनों लड़कियां संदीप के साथ, एक साथ रहने के लिए तैयार हैं, तो दोनों की शादी इससे करा दी जाए। 8 जुलाई को तीनों की शादी हो गई। शादी दूल्हा व दोनों दुल्हनों के परिजन शामिल हुए।
पंचायत में हुआ शादी का फैसला
जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी के उपाध्यक्ष मिश्रीलाल परते ने मीडिया से बातचीत में बताया कि केरिया गांव के युवक ने दो युवतियों के साथ सात फेरे लिए हैं। तीनों परिवारों ने मिलकर समाज के वरिष्ठ लोगों के साथ बैठक करके ऐसा करने का निर्णय लिया था। उसी के बाद युवक की शादी दोनों युवतियों से कराई गई है।
प्रशासन ने नहीं दी अनुमति
ज्ञात हो कि इन दिनों कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते किसी भी तरह के समारोह के आयोजन की अनुमति प्रशासन से लेना जरूरी है। घोड़ाडोंगरी की तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा का कहना है कि हमारे द्वारा ऐसी किसी शादी की परमिशन नहीं दी गई है। बिना परमिशन की शादी हुई है, पटवारी को भेजकर मामले की जांच करा रहे हैं।