ASI-'पुलिस ने इकलौते बेटे को पीट-पीटकर मार डाला', IG-'गर्लफ्रेंड के साथ पार्टी से लौटते वक्त हुआ एक्सीडेंट'
भोपाल। मध्य प्रदेश की साइबर सेल में तैनात एएसआई सुरेश मिश्रा के बेटे शिवम की बैरागढ़ पुलिस थाने में मौत के मामले में टीआई समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। शिवम के पिता ने पुलिस पर इकलौटे बेटे को पीट-पीटकर मार डालने के आरोप लगाया है, वहीं भोपाल आईजी ने शिवम की मौत सड़क दुर्घटना की वजह से बताई है। पूरे प्रकरण में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
शराब के नशे में था शिवम-आईजी
आईजी योगेश देशमुख ने बुधवार रात पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकारवार्ता में बताया कि मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात को 12:20 बजे बीआरटी कारीडोर में एक्सीडेंट की सूचना मिली थी। साढ़े 12 बजे प्रधान आरक्षक जुगरू पटेल और गंगाराम डायल 100 से स्पॉट पर पहुंचे। तब मौके पर भारी भीड़ थी और शिवम व गोविंद को घेर रखा था। सब उनके उपर हावी होने पर आमादा थे। जिसकी जानकारी के बाद में आरक्षक अर्जुन एवं महावीर तिवारी भी मौके पर पहुंच थे। 12:48 बजे पुलिस दोनों को लेकर थाने पहुंची। दोनों का मेडिकल कराया गया। मेडिकल में शिवम के सिर में मामूली चोट तथा शराब के नशे में होने की पुष्टी हुई। फिर पुलिस कार्रवाई के लिए दोनों को दोबारा थाने लेकर पहुंची। इस समय 1:48 बजे थे।
पुलिस से बात करते हुए गिरा शिवम
आईजी ने बताया कि रात 2:07 बजे शिवम थाना परिसर में बाहर खड़े होकर पुलिसकर्मियों से बातचीत कर रहा था। तभी वह गश खाकर गिरा और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुुंचाया था, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आईजी का कहना है कि जानकारी मिली है कि घटना के समय शिवम की कार में उसके दोस्त के साथ ही एक अन्य महिला मित्र थी। हादसे के बाद से वह लापता है। उसके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।
120 की रफ्तार में दौड़ा रहे थे कार
आईजी का कहना है कि मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि हादसे के वक्त गाड़ी करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार में रही होगी। रफ्तार से बीआरटीएस कारीडोर से टकराने के कारण कार के परखच्चे उड़ गए थे। इससे कारीडोर की करीब आठ रेलिंग टूटी हैं। एक रेलिंग टूटने के बाद में बैरागढ़ निवासी नरेश वासवानी की कार से टकराई थी। जिससे उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई थी। उनकी शिकायत पर शिवम के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का प्रकरण दर्ज किया है। नरेश ने ही इस बात की पुष्टी की है कि हादसे के वक्त शिवम की कार में लड़की मौजूद थी।
यह आया पीएम रिपोर्ट में
पुलिस के अनुसार शिवम की पीएम रिपोर्ट में कोरनरी स्टेनोसिस लीडिंग टू कोरोनरी इनसफीश्यिंसी आया है। डाक्टर ने इसके आगे इट्स काम्लीकेशन्स लिखा है। इसका मतलब है कि हार्टफेल होने के कारण युवक की मौत हुई है। वहीं पुलिस ने पीएम को मृतक के परिजनों की अगुवाही में कराया है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। हालांकि मृतक और उसके साथी के शरीर पर मारपीट के निशान कैसे आए इस बात की जवाब पुलिस के किसी अधिकारी के पास नहीं है। आईजी का कहना है कि प्रकरण की न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है।
बेटे के मुंह में शराब डाली गई-एएसआई
शिवम के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने इकलौते बेटे की पीट-पीटकर हत्या कर दी। जांच को प्रभावित करने के लिए उसके मुंह में शराब डाली गई। पुलिसकर्मी शव को अस्पताल के बाहर फेंककर भाग गए। शिवम के साथ कार में सवार गोविन्द ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने पूछताछ के दौरान दोनों से 3 घंटे तक मारपीट की और इसी से शुभम की मौत हो गई। गोविंद को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जब उसकी सांस बंद हो गई तो पुलिसकर्मी मुझे अलग करके उसे मेडिकल कराने का बहाना बनाकर अस्पताल लेकर गए। इसके बाद तड़के करीब चार बजे बैरागढ़ अस्पताल के बाहर स्ट्रेचर पर शिवम का शव रखा मिला। पुलिसकर्मी गायब थे। मेरे सीने-हाथ में मारपीट की गंभीर चोटें हैं। पुलिसकर्मी शराब पीने का फर्जी मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे रहे थे।
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सामने आए सीसीटीवी फुटेज
बता दें कि शिवम पुलिस रेडियो कॉलोनी भदभदा का रहने वाला था। 25 वर्षीय शिवम इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ प्रॉपर्टी डीलर का भी काम करता था। मंगलवार देर हुई घटना के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं, जिनमें दिख रहा है कि शिवम जमीन पर गिर रहा है और पुलिसकर्मी उसे घसीटने के साथ मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं।